उत्तर प्रदेश सरकार ने पेश किया 6.90 लाख करोड़ रुपये का सबसे ‘बड़ा’ बजट, किसानों, युवाओं व महिलाओं पर फोकस
उत्तर प्रदेश में बुधवार 22 फरवरी 2023 को राज्य का बजट पेश किया गया। इसमें प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने प्रदेश के इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा बजट पेश किया। यूपी के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने विधानसभा में 6 लाख 90 हजार 242 करोड़ 43 लाख रुपए का बजट प्रस्तुत किया। इससे पहले 2022 में योगी सरकार का 6.15 लाख करोड़ का बजट पेश हुआ था।
गौरतलब हो, पीएम मोदी का सपना देश को 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने का है। इसी के लिए उत्तर प्रदेश ने इस बार बजट में खास तैयारी की है। बजट को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कaaaaहा है कि अगले 4 साल के अंदर यूपी 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा और यूपी की प्रति व्यक्ति आय राष्ट्रीय औसत से ज्यादा होगी। उन्होंने बताया कि हमारे पास सबसे अच्छा ऊर्जावान और प्रतिभाशाली युवा है। हम 2 करोड़ युवाओं को तकनीकी रूप से सक्षम बनाने के लिए लैपटॉप और टैबलेट दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, यूपी ने 5 लाख सरकारी नौकरी सृजित की। दूसरी तरफ जनता को यूपी के बुलडोजर ने माफियाओं की कमर तोड़ माफियाओं से परेशान जनता को राहत दिलाई है। यही कारण है कि आज यूपी के अंदर संगठित अपराध बिल्कुल जीरो है। उन्होंने बताया कि पहले के राजनीतिक दलों ने यूपी को दंगा प्रदेश बना दिया था। आज यूपी ने युवाओं की पहचान लौटाई है। यूपी की जनता का विश्वास पीएम मोदी में है।
आगे जोड़ते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि डबल इंजन की सरकार के द्वारा किए गए कार्यों से आम जनता में भरोसा पैदा हुआ है। उन्होंने अयोध्या में रामायण विश्वविद्यालय बनाने की भी बात कही।
ज्ञात हो, यूपी के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बुधवार को विधानसभा में जब बजट पढ़ना शुरू किया तो एक शायरी से शुरुआत करते हुए कहा कि लहरों से मत सवाल कर, डूब के खुद गहरे पानी में…पानी का फलसफा समझ!
उन्होंने यह भी कहा कि श्रम के जल से राहaaaaaaaaaa सदा सिंचती है, गति मशाल आंधी में ही हंसती है, छालों से ही श्रृंगार पथिक का होता है, वो विपरीत परिस्थितियों में चलने के आदी हैं, मंजिल की मांग लहू से ही सजती है।
बजट में जहां प्रदेश के सभी क्षेत्रों का ध्यान रखाaa गया है, वहीं सभी विभागों के साथ समाज के हर वर्ग को ध्यान में रखा गया है। बजट में छात्रों, अधिवक्ताओं, किसानों, महिलाओं, युवाओं, इंफ्रास्ट्रक्चर और व्यापारियों के लिए बड़े ऐलान किए गए हैं। बजट में पूर्वांचल के साथ—साथ धार्मिक पर्यटन को महत्व दिया गया है।
बजट हाइलाइटर्स
– प्रदेश में ओडीओपी एवं हस्तशिल्प उत्पादों के विपणन को प्रोत्साहित करने के लिए यूनिटी मॉल की स्थापना होगी जिस पर 200 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
– मुख्यमंत्री शहरी विस्तारीकरण / नए शहर प्रोत्साहन योजना हेतु 3,000 करोड़ रुपए की व्यवस्था का प्रस्ताव है।
– प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अन्तर्गत 2023-2024 में 12,39,877 आवासों का लक्ष्य प्रस्तावित है। योजना हेतु 9000 करोड़ रुपए की बजट व्यवस्था दी गई है।
– आने वाले वर्षों में उत्तर प्रदेश में 5 इंटरनेशनल एयरपोर्ट तथा 16 घरेलू एयरपोर्ट समेत कुल 21 एयरपोर्ट क्रियाशील हो जाएंगे।
– महाकुंभ मेला, 2025 की तैयारी के लिए 2,500 करोड़ रुपए की व्यवस्था प्रस्तावित की गई है।
– आकांक्षी नागर योजना के लिए 100 करोड़ रुपए का प्राविधान किया गया है।
– मुख्यमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 1203 करोड़ रुपए प्रस्तावित।
– केंद्र सरकार की मदद से पीएम श्री (प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया) नामक नई योजना के लिए 510 करोड़ रुपए का बजट।
– ग्राम पंचायत एवं वार्ड स्तर पर डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना की नई योजना के लिए 300 करोड़ रुपए।
– खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के लिए 30 करोड़ रुपए की व्यवस्था।
– मेरठ में मेजर ध्यानचंद्र खेल विश्विद्यालय की स्थापना के लिए 300 करोड़ रुपए।
– 14 नए मेडिकल कॉलेज की स्थापना एवं संचालन के लिए 2491 करोड़ 39 लाख का बजट।
सीएम योगी बोले- यह बजट हर तबके के हितों की पूर्ति करने वाला
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आजादी के अमृत काल के प्रथम वर्ष में प्रस्तुत ‘नए उत्तर प्रदेश’ का बजट राज्य के सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक विकास के इतिहास में नए स्वर्णिम अध्याय जोड़ेगा। यह बजट प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप प्रदेश के गांव, गरीब, किसान, नौजवान व महिलाओं समेत समाज के हर तबके के हितों की पूर्ति करने वाला है।
बजट एक नजर में
बजट का आकारः 6,90,242.43 करोड़ रुपए
नई योजनाओं पर खर्चः 32,721.96 करोड़ रुपए
कुल प्राप्तियां – 6,83,292.74 करोड़ रुपए
राजस्व प्राप्तियां – 5,70,865.66 करोड़ रुपए
पूंजीगत प्राप्तियां – 1,12,427.08 करोड़ रुपए
कर राजस्वः 4,45,871.59 करोड़ रुपए
राज्य कर राजस्वः 2,62,634 करोड़ रुपए
केंद्रीय करों में राज्य का अंशः 1,83,237.59 करोड़ रुपए
कुल व्यय (अनुमानित)- 6,90,242.43 करोड़ रुपए
राजस्व बचतः 68,511.65 करोड़ रुपए
राजकोषीय घाटाः 84,883.16 करोड़ रुपए।