अमेठी जिला अस्पताल में वेंटिलेटर 16, चलाने के लिए टेक्नीशियन नहीं
अमेठी। असैदापुर स्थित संयुक्त जिला अस्पताल में वेंटिलेटर युक्त 16 शैय्या का आईसीयू है। लेकिन टेक्नीशियन की तैनाती न होने से इनका उपयोग नहीं हो पा रहा है। गंभीर मरीजों का उपचार कैसे संभव होगा, इसका जवाब किसी के पास नहीं है। मरीजों को रेफर करना डॉक्टरों की मजबूरी बन गई है। असैदापुर स्थित जिला अस्पताल में डायलिसिस, सीटी स्कैन, ब्लड जांच, ईसीजी जांच, डिजिटल एक्से-रे के साथ 100 बेड है।
आपात कालीन सेवा में प्रतिदिन बड़ी संख्या में मरीज आते हैं। ओपीडी का औसत भी प्रतिदिन करीब एक हजार से अधिक का है। संयुक्त जिला अस्पताल में स्थापित 100 बेड वाले अस्पताल में पाइपलाइन से ऑक्सीजन आपूर्ति व वेंटिलेटर समेत सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने का दावा किया जा रहा है।
कर्मचारियों की कमी पड़ रही भारी
16 शैय्या के आईसीयू की क्रियाशील रखने के लिए जिले में टेक्नीशियन तक की तैनाती नहीं है। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के अनुसार प्रति तीन वेंटिलेटर एक टेक्नीशियन को आवश्यकता होती है। आईसीयू को क्रियाशील रखने के साथ आपदा की स्थिति में उपचार व्यवस्था के दावों पर कर्मियों की कमी भारी पड़ रही है।
शासन की गई डिमांड
सीएमएस डाॅ. बद्री प्रसाद अग्रवाल का कहना है कि जिला अस्पताल में वेंटिलेटर टेक्नीशियन की तैनाती नहीं हुई है। शासन से टेक्नीशियन की डिमांड की गई है। यथा स्थिति मौजूद संसाधनों से मरीजों का बेहतर उपचार किया जा रहा है। बहुत ही गंभीर स्थिति में मरीजों को रेफर करना पड़ता है।