उत्तराखण्ड

उत्तराखंड में Covid-19 की रोकथाम रोकथाम के लिए सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर. राजेश ने जारी की गाइडलाइन, जनपद स्तर पर सभी डीएम कराएं दिशानिर्देशों का अनुपालन

देहरादून। स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने प्रदेश में कोविड 19 के नियंत्रण और रोकथाम के लिए सभी जनपदों के जिलाधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किए हैं। सचिव स्वास्थ ने सभी जनपदों के जिलाधिकारियों को जारी दिशा निर्देश में कहा कि वर्तमान में विश्व के कई देशों जापान, संयुक्त राज्य अमेरिका, कोरिया गणराज्य ब्राजील और चीन में कोविड-19 रोगियों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गयी है। कोविड़ 19 महामारी अभी भी दुनिया भर में एक सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती बनी हुई है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 वायरस के स्वरूप में निरन्तर परिवर्तन होता रहता है एवं समय-समय पर नये वैरिएंट एक जन स्वास्थ्य समस्या के रूप में परिलक्षित होते रहते हैं। इसलिए मौजूदा वेरिएंट की निगरानी करना महत्वपूर्ण है। इसी क्रम में कोविड-19 के संदिग्ध और पुष्ट मामलों को शीघ्र चिन्हित करने , आइसोलेशन, परीक्षण एवं प्रबंधन के लिए भारत सरकार की ओर से जून 2022 में कोविड-19 की सामग्री में संशोधित निगरानी रणनीति के लिए एक परिचालन दिशा निर्देश जारी की गयी थी। इसके अनुसार भारत सरकार की ओर से दिए गए निर्देशों के क्रम में आगामी महीनों में शीत ऋतु के आगमन के साथ ही कोविड-19 वैरिएंट के साथ विभिन्न प्रकार के श्वसन तंत्र सम्बंधित रोगों इन्फ्रलुएंजा जैसी बीमारी गंभीर तीव्र श्वसन रोग के संक्रमण प्रसारित होने की संभावना बढ़ जाती है।
सचिव स्वास्थ्य डॉ. राजेश ने कहा कि कोविड-19 एवं अन्य श्वसन तंत्र सम्बंधित रोगों (आईएलआई/ एसएआरआई ) की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए जारी किए गए दिशा-निर्देशों का जनपद स्तर पर अनुपालन कराएं।
1- चिकित्सालयों में आने वाले सभी इन्फ्रलुएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) गंभीर तीव्र श्वसन रोग (एसएआरआई) के रोगियों की कोविड- 19 जांच की जाये एवं इस सभी रोगियों का विवरण अनिवार्य रूप से आईडीएसपी के तहत इंटीग्रेटेड हेल्थ इंफॉरमेशन प्लेटफॉर्म पोर्टल में प्रविष्ट किया जाये।
2- आम जनमानस में कोविड- 19 से बचाव के लिए कोविड एप्रोप्रियेट व्यवहार के प्रति जागरूकता के लिए विभिन्न माध्यमों से व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये। त्योहारों के सीजन में भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर लोगों को मास्क का उपयोग किये जाने के लिए प्रेरित किया जाये।
3- भारत सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार कोविड-19 टीकाकरण कवरेज को बढाया जाये पूर्ण कौविड-19 टीकाकरण के लिए आम जनता को नियमित रूप से प्रेरित करने के लिए जागरूकता की जाये। हाई रिस्क आबादी में अनिवार्य रूप से टीकाकरण पूर्ण किया जाये।
4- चिकित्सा इकाइयों में कोविड- 19 संक्रमित रोगियों के उपचार के लिए पर्याप्त मात्र में आक्सीजन सिलेण्डर, आक्सीजन कसनट्रेटर आक्सीजन बैंड चौटिलेटर आईसीयू बेड एवं आवश्यक औषधियों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये। सम्बन्धित चिकित्सा इकाईयों में स्थापित ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट की क्रियाशीलता सुनिश्चित की जाये।
5- दैनिक रूप से राजकीय एवं निजी चिकित्सा इकाईयों में कोविड-19 संक्रमित भर्ती रोगियों की सूचना प्राप्त की जाये एवं रोगियों के स्वास्थ्य दशा की निरन्तर निगरानी करते हुये समीक्षा की जाये। यह सुनिश्चित किया जाये कि कवि 19 संकमित रोगियों को सरापर्ण उपचार प्राप्त हो
6- हल्के लक्षण वाले कोविड-19 संक्रमित रोगियों को होम आईसोलेशन में ही उपचार प्रदान किया जाये एवं निरन्तर उनके स्वास्थ्य स्थिति की निगरानी की जाये। ऐसे रोगियों में किसी भी प्रकार के गम्भीर लक्षण होने पर शीघ्र हीं उन्हें सम्बन्धित चिकित्सालय में संदर्भित किया जाये।
7- कोविड-19 जॉच के लिए आईसीएमआर, भारत सरकार के दिशा निर्देशों का पालन किया जाये
8- समुदाय स्तर पर यदि किसी जगह कोविड-19, फीवर अथवा आईएलआई/एसएआरआई केस की क्लस्टरिंग मिलती है तो वहां पर त्वरित जांच सुविधा की उपलब्धता एवं निरोधात्मक कार्यवाही की जाये।
9- कोविड-19 जॉच में आरटीपीसीआर की ओर से पॉजिटिव पाए गए सभी रोगियों के सैंपल संपूर्ण जीनोम अनुक्रम (डब्ल्यूजीएस)जांच के लिए राजकीय दून मेडिकल कॉलेज को प्रेषित किये जाएं एवं डब्ल्यूजीएस जांच के लिए प्रेषित सभी सैंपलों की सूचना अनिवार्य रूप से आईडीएसपी के तहत इंटीग्रेटेड हेल्थ इंफॉरमेशन प्लेटफॉर्म पोर्टल में प्रविष्ट किया जाये।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button