पुरानी पेंशन को लेकर सड़कों पर उतरे कर्मचारी
देहरादून। पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) की बहाली की मांग को लेकर रक्षा क्षेत्र से जुड़े सरकारी कर्मचारी लगातार आन्दोलनरत हैं। वर्तमान में आयुध निर्माणी कमर्चारी भी चार दिनों की क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठे हैं। हड़ताल के तीसरे दिन बुधवार को कमर्चारियों ने आयुध निर्माणी के मुख्यद्वार के समीप जमकर प्रदर्शन किया ओर नयी पेशन स्कीम को समाप्त कर पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग की। इस दौरान कर्मचारियों के समर्थन में इंटक के प्रदेश अध्यक्ष हीरा सिंह बिष्ट भी हड़ताली कर्मचारियों के बीच पहुंचे और उनको समर्थन दिया। कर्मचारियों की यह हड़ताल मौजूदा राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस) के बजाय पुरानी पेंशन योजना को लागू करने के लिए केंद्र पर दबाव बनाने के उद्देश्य से किया गया है।
हड़ताल को सम्बोधित करते हुए बिष्ट ने कहा कि ने कहा कि सरकार कर्मचारियों के साथ धोखा कर रही है। पहले तो जीवनभर उनसे सेवा ली गई, उसके बाद जब सेवानिवृत्ति हुए, बुढ़ापे का समय आया तो उन्हें ऐसे ही छोड़ दिया गया। उन्होंने कहा कि जब से पुरानी पेंशन योजना को बंद किया गया उसके बाद से जो कर्मचारी सेवानिवृत्त हो रहे हैं, उन्हें महज हजार पंद्रह सो रूपए की पेंशन मिल रही है, जो जीवन-यापन करने के लिए पर्याप्त नहीं है। उन्होंने कहा कि वर्तमान पेंशन स्कीम मार्केट लिंक्ड पेंशन स्कीम होने के कारण एनपीएस के तहत आने वाले कर्मचारियों अपनी पेंशन की सुरक्षा को लेकर शंका बनी रहती है क्योंकि जो पैसे आपके एनपीएस खातों में जमा होते हैं सरकार उसका इस्तेमाल निवेश बाजार में करती है जिससे होने वाला नुकसान या फायदे का असर सीधे-सीधे आपके एनपीएस खातों पर ही पड़ता है।
इस दौरान कर्मचारी नेताओं ने अपने सम्बोधन में कहा कि स्कीम अगर अच्छी है तो सांसद, विधायक को स्कीम में शामिल क्यों नहीं किया गया। उनको क्यों पुरानी पेंशन का लाभ दिया जा रहा है। हमारी मांग पुरानी स्कीम को वापस करने की है। इस अवसर पर कलीम अहमद, अजय पाल, अशोक शर्मा, नीरज शर्मा, अनिल उनियाल, सुनील कुमार सुमन, सुभाष चन्द, तरूण उपाध्याय, सुनील, योगेश सैनी, हारून अशोक कुमार, दीपक पंत, अजय कुमार व मौहम्मद हारून आदि सैकड़ों कर्मचारी थे।