देहरादून से दिल्ली तक भाजपा सरकार पर लानत, कांग्रेस ने भर्ती घोटाले की न्यायिक जांच की मांग
देहरादून: यूकेएसएसएससी, लोक सेवा आयोग व विधानसभा की तदर्थ भर्तियों में हुए घोटाले की न्यायिक जांच की मांग को लेकर कांग्रेस आज देहरादून से दिल्ली तक हमलावर दिखी। दिल्ली में पार्टी प्रभारी देवेंद्र यादव, प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा व विधानसभा में उप नेता भुवन कापड़ी ने मीडिया के सामने राज्य के सभी प्रकार के भर्ती प्रकरण रखे तो देहरादून में पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने शहीद स्मारक स्थल पर कार्यकर्ताओं के साथ धरना देकर सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की निगरानी में सीबीआई जांच की मांग दोहराई। उधर, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ट्वीट कर कहा कि विधानसभा में ऐसा नियम बने जिसका कोई भी विधानसभा अध्यक्ष उल्लंघन न कर सके। दिल्ली में पूरे मामले को लेकर कांग्रेस नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में राज्य सरकार को घेरा।उत्तराखंड कांग्रेस के प्रभारी देवेंद्र यादव ने कहा कि बीजेपी सरकार के माननीयों के चहेतों को जहां बिना किसी इंटरव्यू और परीक्षा के नौकरियां दी जा रही हैं, वहीं योग्य और शिक्षित युवा बिना नौकरियों के भटकने को मजबूर हैं।
उत्तराखंड में कई विभागों में भर्तियों में घोटाले सामने आना और उसके बाद बड़ी मछलियों को बचाया जा रहा है। इसलिए मामले की जांच सीबीआई द्वारा होनी चाहिए ताकि मुख्य आरोपियों की संलिप्तता सामने आ सके।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने कहा कि यूकेएसएसएससी परीक्षा में बड़ा घोटाला हुआ है और इसमें बीजेपी सरकार की बड़ी लापरवाही सामने आई है। इस पूरे मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए और हमें सीबीआई से कम की जांच मंजूर नहीं है। उन्होंने कहा कि विधानसभा में महाराष्ट्र के राज्यपाल, मुख्यमंत्री व मंत्रियों के परिवार के लोगों अथवा रिश्तेदारों को नौकरी दी गई है। माहरा ने कहा कि सभी प्रकार के नियमों को ताक पर रखकर विधानसभा में उप सचिव मुकेश सिंघल को ओवरनाइट सचिव बना दिया गया जबकि ये हो नहीं सकता था। उप नेता कापड़ी ने कहा कि उत्तराखंड राज्य के लोगों और युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
*सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की निगरानी में सीबीआई जांच हो: गणेश*
भर्ती घोटालों के खिलाफ उत्तराखण्ड कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आज शहीद स्मारक स्थल पर एक घण्टे का उपवास/धरना प्रदर्शन किया गया।
गोदियाल ने राज्य आन्दोलन के शहीदों को नमन करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड राज्य की जनता ने बहुत आशा और विश्वास के साथ भाजपा को भारी बहुमत के साथ डबल इंजन का तोहफा दिया था परन्तु भय-भ्रष्टाचार मुक्त सरकार का दावा करने वाली उत्तराखण्ड की डबल इंजन सरकार भ्रष्टाचार रोकने में पूरी तरह से विफल साबित हुई है। राज्य सरकार द्वारा नौजवानों को रोजगार मुहैया कराना तो दूर जिन सरकारी पदों पर अभी तक भर्तियां की भी गई हैं उनमें भारी भ्रष्टाचार एवं भाई भतीजावाद को अंजाम को दिया गया है।
गोदियाल ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा के सत्ता में आते ही सरकारी संस्थाएं बेचने के साथ साथ सरकारी नौकरियां भी लाखों रूपये लेकर बेची जा रही है, सरकारी विभागों की भर्तियों में भारी भ्रष्टाचार का जीता-जागता प्रमाण है। भाजपा नेताओं के संरक्षण में पेपर लीक/सरकारी विभागों में नियुक्ति के लिए चल रही धांधली में गिरफ्तारियों से साबित हो गया है कि राज्य में भ्रष्टाचार किस हद तक फलता फूलता जा रहा है।
उन्होनें कहा कि इन घोटालों/भ्रष्टाचारों की न्याययिक स्तर पर जांच हो और जांच में चाहें कोई भी दोषी हो उसको सजा मिलनी चाहिए।
इस अवसर पर पूर्व विधायक राजकुमार, उपाध्यक्ष संगठन प्रशासन मथुरादत्त जोशी, मीडिया चेयरमैन पीके अग्रवाल, मुख्य प्रवक्ता गरिमा दसौनी, महामंत्री गोदावरी थापली, दर्शन लाल गौरव चौधरी, अश्विनी बहुगुणा, संजय किशोर, नवीन जोशी, लक्ष्मी अग्रवाल, आशा मनोरमा डोबरियाल, पूरण सिंह रावत, पंकज क्षेत्री, ललित भद्री, कवींद्र इष्टवाल, रघुवीर बिष्ट, शीशपाल बिष्ट, बार अध्यक्ष मनमोहन कंडवाल याक़ूब सिद्दीकी, परिणीता बडोनी, सुमित्रा ध्यानी, दीप वोहरा, मोहन काला, आदर्श सूद आदि मौजूद थे।