भीलवाड़ा। राजस्थान के भीलवाड़ा में चचेरी बहन की मौत से सदमे में आया भाई उसके अंतिम संस्कार के समय जलती चिता में कूद गया। इससे वह बुरी तरह से जल गया। लेकिन मौके पर मौजूद लोगों ने जैसे-तैसे करके उसे चिता में से निकाला। बाद में उपचार के लिए उसे पहले भीलवाड़ा भर्ती कराया गया। वहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे हायर सेंटर उदयपुर रेफर कर दिया गया। लेकिन वहां शुक्रवार रात को इलाज के दौरान उसने भी दम तोड़ दिया। मामला भीलवाड़ा जिले के बागोर थाना इलाके से जुड़ा है।
घटना के प्रत्यक्षदर्शी मृतका के परिजनों ने बताया कि मांकियास निवासी सुखदेव के चाचा की बेटी की मौत हो गई थी। इससे सुखदेव सदमे में आ गया। वह गुमशुम हो गया। गुरुवार को उसका अंतिम संस्कार किया गया था। मोक्ष धाम में चिता को अग्नि देने के बाद परिवार के लोग और अन्य रिश्तेदार वहां बैठे थे। इसी दौरान सुखदेव पहले बाथरूम करने गया। उसके बाद अचानक बहन की जलती हुई चिता में कूद गया। यह देखकर वहां मौजूद लोग हक्के-बक्के रह गए। लोगों ने आनन-फानन में सुखदेव भील को जलती हुई चिता से बाहर निकाला. लेकिन तब तक सुखदेव बुरी तरह से जल गया। बाद में उसको तत्काल भीलवाड़ा के जिला अस्पताल ले जाया गया। वहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए प्राथमिक उपचार देकर उदयपुर रेफर कर दिया गया। उदयपुर में शुक्रवार रात को इलाज के दौरान सुखदेव भील की मौत हो गई।
परिजनों ने बताया कि दोनों भाई बहन में बेहद प्रेम था। बहन की मौत की खबर सुनते ही सुखदेव ने चुप्पी साध ली थी। परिजन बेटी की मौत से उबर ही नहीं पाए थे परिवार के जवान बेटे की मौत के बाद तो उनका और बुरा हाल हो गया। इस हादसे के बाद गांव में मातम पसर गया। पुलिस ने सुखदेव के शव का पोस्टमार्टम करवाकर उसे उसके परिजनों को सौंप दिया है।