उत्तराखंड: वन दारोगा भर्ती परीक्षा में धांधली में दो गिरफ्तार
देहरादून। वन दरोगा आनलाइन भर्ती परीक्षा में धांधली के दो आरोपियों को एसटीएफ ने आज गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपी प्रशांत और रविन्द्र हरिद्वार के रहने वाले हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने डीजीपी अशोक कुमार को 2021 में हुई वन दारोगा ऑनलाइन भर्ती परीक्षा की जांच के निर्देश दिए थे। डीजीपी ने एसटीएफ को मामले की जांच सौंपी। एसटीएफ की शुरुवाती जांच में इस भर्ती में धांधली की पुष्टि होने पर कल ही देहरादून साइबर थाने में छह लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया था।
वन दारोगा के 316 पदों पर भर्ती परीक्षा 16- सितंबर 21 से 25 सितंबर 21 के बीच 18 शिफ्टों में ऑनलाइन आयोजित हुई थी। एसटीएफ की जांच में इस परीक्षा में अनियमितता और कुछ छात्रों द्वारा अनुचित साधनों के प्रयोग की पुष्टि होने पर कल साइबर थाना देहरादून में 420/120 B भादवी,66 आई.टी. एक्ट और 3/5/6/9/10 उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा नकल निवारण अधिनियम की धाराओं में में मुकदमा दर्ज किया गया।
इस मामले में प्राथमिक रूप से कुछ छात्रों को चिन्हित भी कर लिया गया है और इसमें सम्मिलित कुछ नकल माफियाअ को हिरासत में लेकर गहन पूछताछ चल रही है। इस परीक्षा को कराने वाली एजेंसी M/S NSEIT Limited की संलिप्तता होने के साक्ष्य प्राथमिक जांच से प्रकाश में आए हैं। साथ ही कुछ प्राइवेट इंस्टीट्यूट, जहां पर परीक्षायें आयोजित हुई, उनको भी चिन्हित कर लिया गया है। नकल माफिया गैंग में हरिद्वार देहात, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दिल्ली के लोग प्राथमिक जांच में शामिल पाए जाने के संकेत मिले है।
ऑनलाइन नकल परीक्षा गैंग में प्राइवेट इंस्टीट्यूट जहां नकल के सेंटर थे, ऑनलाइन परीक्षा कराने वाली एजेंसी के कुछ लोग कक्ष निरीक्षक व परीक्षा से जुड़े कुछ लोग जांच में संदिग्ध प्रकाश में आए है।