उत्तराखंड: कांग्रेस भवन में बजरंग दल का बवाल, तीखी नोक- झोंक
उत्तराखंड: कांग्रेस पार्टी के बजरंग दल को बैन करने के चुनावी वादे की प्रतिक्रिया आज देहरादून में नजर आयी। बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस भवन का घेराव करने की कोशिश की। पुलिस ने बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया। कांग्रेसी कार्यकर्ता भी सड़क पर उतर गए। दोनों पक्षों में तनाव बढ़ गया। कांग्रेस ने बजरंग दल के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की बैरिकेडिंग लांघने की कोशिश में पुलिस से झड़प भी हुई।
कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस के घोषणा पत्र में विश्व हिंदू परिषद की युवा इकाई बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का वादा किया गया है। इसके बाद से ही बजरंग दल ने कांग्रेस का विरोध शुरू कर दिया है। उत्तराखंड कांग्रेस मुख्यालय में बजरंग दल के हुड़दंगियों के द्वारा बवाल किए जाने पर उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
माहरा ने कहा कि लोकतंत्र में बहुदलीय प्रणाली होती है ,उनकी विचारधाराओं में मतभेद होना बहुत स्वाभाविक है परंतु जिस तरह सोशल मीडिया पर उत्तेजनात्मक और भड़काऊ पोस्ट बजरंग दल के द्वारा कांग्रेस पार्टी के लिए डाली जा रही हैं व कतई बर्दाश्त नहीं की जा सकती।
माहरा ने कहा की आज के प्रकरण जिसमें बजरंग दल के लोगों ने उत्तराखंड के कांग्रेस मुख्यालय का घेराव करने का प्रयास किया और नारेबाजी की उसकी जितनी निंदा की जाए उतना कम है । महारा ने कहा कि हमारी लड़ाई किसी व्यक्ति विशेष या दल विशेष से नहीं है, हमारी लड़ाई तो विचारधाराओं की लड़ाई है।
कांग्रेस पार्टी 137 साल पुरानी पार्टी है उसका एक गौरवशाली इतिहास रहा है। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी के घटक दल होने के नाते बजरंग दल यदि कांग्रेस के अस्तित्व को समाप्त करने या उसे नेस्तनाबूद करने की बात कर रहा है तो यह उसका बचकाना पन है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा की आज जो कृत्य बजरंगदल ने किया है उसके लिए भारतीय जनता पार्टी को माफी मांगनी चाहिए। माहरा ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं का धन्यवाद और आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे चुनौतीपूर्ण समय में उकसाए जाने के बावजूद कांग्रेस के कर्मठ सिपाहियों ने जिस गंभीरता और परिपक्वता का परिचय दिया है उसकी जितनी प्रशंसा की जाए कम है।