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पाकिस्तान (pakisthan) से आई सीमा हैदर की बातों मे कितनी सच्‍चाई, नेपाल के होटल मालिक ने खोला राज

पाकिस्तान (pakisthan) से आई सीमा हैदर (seem haider) को लेकर हर रोज नए खुलासे (revelations) हो रहे हैं. इस बीच भारत में एंट्री करने से पहले सीमा हैदर नेपाल (Nepal) की राजधानी (Capital) काठमांडू (kathmandu) में जिस होटल (hotel) में रुकी थी, उस होटल के मालिक (Owner) ने बड़ा खुलासा किया है. सीमा हैदर और सचिन मीणा होटले में ठहरने के दौरान शिवांश के नाम से कमरा बुक किया था।  मीडिया से बात करते हुए, नेपाल में एक होटल के मालिक गणेश ने कहा कि सचिन और सीमा हैदर मार्च में 7-8 दिनों के लिए उनके होटल में रुके थे. उन्होंने कहा, “अपने प्रवास के दौरान, वे ज्यादातर अपने कमरे के अंदर ही रहते थे, कभी-कभी शाम को बाहर जाते थे और रात 9.30-10 बजे तक होटल बंद हो जाने पर जल्दी लौट आते थे.”

सचिन ने होटल में ठहरने के लिए शिवांश नाम का किया था इस्तेमाल
उन्होंने कहा, सचिन ने होटल पहले से बुक कर लिया था और होटल के कर्मचारियों को सूचित किया था कि उनकी “पत्नी”, सीमा अगले दिन उनके साथ आएंगी. उन्होंने कहा, प्लान के अनुसार सीमा पहुंची और वे दोनों बिना किसी बच्चे के अलग-अलग चले गए. उन्होंने कहा, “सचिन ने होटल में ठहरने के दौरान “शिवांश” नाम का इस्तेमाल किया और उन्होंने पेमेंट के लिए भारतीय रुपयों का इस्तेमाल किया था. बता दें कि उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधी दस्ते ने सीमा हैदर से मंगलवार को मुलाकात, नेपाल के रास्ते भारत में उसके प्रवेश और अन्य विवरणों के बारे में 12 घंटे तक पूछताछ की थी.

सचिन और उसके पिता से भी हुई पूछताछ
वहीं सचिन और उनके पिता नेत्रपाल सिंह को भी सुबह करीब 8.30 बजे ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा इलाके में उनके आवास से पूछताछ के लिए ले जाया गया और सुबह करीब 10 बजे नोएडा में एटीएस के यूनिट कार्यालय लाया गया, जहां देर शाम तक पूछताछ जारी रही. पूछताछ के दौरान सीमा हैदर ने लगातार कहा कि वह सिर्फ अपने प्रेमी सचिन मीना से मिलने के लिए भारत आई थी. अभी एटीएस फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) के डेटा के साथ अपने बयानों का क्रॉस-सत्यापन कर रही है. सूत्रों ने News18 को बताया कि डेटा निकालने के लिए उसका मोबाइल फोन और अन्य सामान एटीएस के कब्जे में है.

एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा- जब तक पर्याप्त सबूत नहीं मिलते, तब तक कुछ भी नहीं कह सकते
जांच में शामिल यूपी पुलिस ने भी कहा है कि जासूसी में उसकी संलिप्तता पर संदेह नहीं किया गया है, हालांकि अभी भी निश्चित निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगी. स्थानीय पुलिस विदेशी अधिनियम के तहत दर्ज मामले की अलग से जांच कर रही है और अभी तक आरोप पत्र दाखिल नहीं किया है. उत्तर प्रदेश के विशेष पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने कहा कि जासूसी के आरोपों के बारे में इतनी जल्दी कुछ नहीं कहा जा सकता. उन्होंने कहा, “मामला दो देशों से जुड़ा है. जब तक हमारे पास पर्याप्त सबूत नहीं हो जाते, तब तक इस संबंध में कुछ भी कहना उचित नहीं होगा.”

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