काबुल में तालिबानी नेता शेख रहीमुल्ला हक्कानी की आत्मघाती हमले में मौत

इस्लामाबाद। अफगानिस्तान के काबुल में बृहस्पतिवार को तालिबानी नेता शेख रहीमुल्ला हक्कानी अफगानिस्तान (Afghanistan) की राजधानी काबुल (Kabul) में अपने मदरसे में आत्मघाती हमले में मारा गया है. तालिबान (Taliban) सरकार के उप प्रवक्ता बिलाल करीमी ने शेख रहीमुल्लाह हक्कानी के मारे जाने की पुष्टि की है।
एक धार्मिक केंद्र पर किए गए बम विस्फोट में तालिबान के एक प्रतिष्ठित मौलाना की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि मौलाना की पहचान रहीमुल्ला हक्कानी के तौर पर हुई है जो पाकिस्तान के दारूल उलूम हक्कानिया से पढ़े थे। यह एक इस्लामी विश्वविद्यालय है जिसका अरसे से तालिबान के साथ संबंध रहा है। तालिबान के उप प्रवक्ता बिलाल करीमी ने हक्कानी की मौत की पुष्टि की और उन्हें “ एक महान व्यक्तित्व और बड़ा विद्वान’ बताया।
करीमी ने कहा, “दुश्मन के क्रूर हमले में” हक्कानी की मौत हुई है। हत्याकांड की तत्काल किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है। हालांकि आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट से संबद्ध स्थानीय संगठन तालिबान और नागरिकों को तब से निशाना बना रहा है जब से तालिबान ने पिछले साल अगस्त में देश की सत्ता पर कब्जा किया था।
रहीमुल्ला हक्कानी पर पहले भी हमला हो चुका है, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया था. उस पर हमला अक्टूबर 2020 में हुआ था. ये तीसरी बार है जब हक्कानी पर हमला हुआ है. 2013 में पेशावर के रिंग रोड पर उसके काफिले पर बंदूकधारियों ने हमला किया था, लेकिन वह सुरक्षित बच निकलने में कामयाब रहा था. शेख रहीमुल्ला हक्कानी पाकिस्तान सीमा के पास नंगरहार प्रांत के पचिर अव आगम जिले का रहने वाला था.