सुल्तानपुर डकैती कांड: मंगेश यादव के बाद अनुज सिंह भी ढेर, दूसरा भागने में रहा कामयाब

उन्नाव: उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में एक ज्वेलर्स की दुकान में डकैती डालने वाले एक और बदमाश को एसटीएफ की टीम ने मुठभेड़ में मार गिराया है। लखनऊ एसटीएफ की टीम की एक लाख के इनामी बदमाश अनुज प्रताप सिंह को ढेर कर दिया। अनुज का साथी फरार होने में कामयाब हो गया। यह मुठभेड़ यूपी के उन्नाव जिले में हुई है। अनुज के मारे जाने के बाद फिर से राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।
जानकारी के अनुसार, सुल्तानपुर डकैती के आरोपी अनुज प्रताप सिंह और उसके साथी के साथ लखनऊ की एसटीएफ की टीम की मुठभेड़ उन्नाव के अचलगंज थाना क्षेत्र में उन्नाव-रायबरेली हाईवे से पांच सौ मीटर दूर अचलगंज-कोल्हुआ मार्ग पर सोमवार तड़के करीब चार बजे हुई। गोली लगने से एक बदमाश घायल हो गया। जबकि दूसरा भागने में कामयाब रहा।
घायल बदमाश को प्राथमिक उपचार के लिए 108 एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया। यहां से उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। जिला अस्पताल में उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। बदमाश की पहचान अमेठी के मोहनगंज थाना क्षेत्र के रहने वाले अनुज प्रताप सिंह पुत्र धर्मराज सिंह के रूप में हुई है। जिस स्थान पर एनकाउंटर हुआ उसे सील कर दिया गया है फोरेंसिक जांच कर रही है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सुल्तानपुर आभूषण दुकान डकैती मामले का दूसरा आरोपी सोमवार को उन्नाव में उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स के साथ मुठभेड़ में मारा गया है। एसटीएफ ने पांच सितंबर को एक अन्य आरोपी मंगेश यादव को मार गिराया था, जिससे राजनीतिक विवाद पैदा हो गया था और समाजवादी पार्टी के साथ कांग्रेस ने इस मुठभेड़ को फर्जी बताया था।
वारदात में शामिल 15 बदमाशों में से नौ अमेठी जनपद के रहने वाले हैं। इनमें अमेठी के थाना मोहनगंज का अरबाज, पूरे चंदई चिलौली थाना मोहनगंज का फुरकान अभी पकड़ में नहीं आया है। इनके अलावा अरबाज का एक साथी और प्रतापगढ़ के हरिपुरा थाना आसपुर देवसरा का अंकित यादव भी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है। पुलिस अधीक्षक सोमेन वर्मा का कहना है कि सराफ की दुकान में घुसकर डकैती डालने वालों में अनुज प्रताप सिंह भी शामिल था। उन्नाव में एसटीएफ से हुई मुठभेड़ में वह मारा गया। जो डकैत अभी पकड़े नहीं गए हैं, उनकी गिरफ्तारी के लिए टीमें लगाई गई हैं।