भिक्षावृत्ति करते 13 बच्चो व महिलाओं को किया रेस्क्यू
दंहरादून। ज़िला अधिकारी देहरादून, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण व मुख्य विकास अधिकारी देहरादून के निर्देशों के क्रम में जिला प्रोबेशन अधिकारी व अन्य विभागों के सहयोग से भिक्षावृत्ति, बाल श्रम, कूड़ा बीनने में लिप्त बच्चो के पुनर्वास के लिये रेस्क्यू अभियान प्रिंस चौक, तहसील चौक, पलटन बाजार, घंटाघर देहरादून में चलाया गया। रेस्क्यू अभियान में भिक्षावृत्ति, कूड़ा बीनने मे लिप्त कुल 13 बच्चो व महिलाओं को रेस्क्यू किया गया, जिसमें 3 महिलाए, 3 बालक व 7 बालिकाएं शामिल है। बाल श्रम से 2 बालको को मुक्त कराया गया। जिनका संबंधित थाने में मुकदमा दर्ज व मेडिकल कराया गया। उसके बाद बाल कल्याण समिति के सम्मुख प्रस्तुत किया गया। बाल कल्याण समिति के आदेश से रेस्क्यू किए गए बच्चो को महिला कल्याण विभाग की और से संचालित खुला आश्रय गृह समर्पण सोसाइटी में 4 बालको व 5 बालिकाओं को सरफीना ट्रस्ट देहरादून में प्रवेश दिया गया। 3 महिलाओं के साथ 3 बच्चो को वन स्टॉप सेंटर में प्रवेश दिया गया। रेस्क्यू अभियान में जिला प्रोबेशन कार्यालय से संरक्षण अधिकारी संपूर्णा भट्ट, संरक्षण अधिकारी रश्मि बिष्ट, अखिलेश, प्रवीण चौहान, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट से रचना, देवेंद्र, धर्मेंद्र, मैक संस्था से जहांगीर आलम, बचपन बचाओ आंदोलन से सुरेश उनियाल, समर्पण सोसाइटी से मानसी मिश्रा, चाइल्ड लाइन से जसवीर, आशरा ट्रस्ट से मोबीन आदि प्रतिनिधि उपस्थित थे