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आज से 2 रुपये महंगा हुआ अमूल और मदर डेयरी का दूध, जानें नए भाव

नई दिल्ली : अमूल और मदर डेयरी के दूध की कीमतें आज से बढ़ जाएंगीं। अमूल दूध की दरों में की गई वृद्धि गुजरात के अहमदाबाद और सौराष्ट्र के अलावे दिल्ली व एनसीआर, पश्चिम बंगाल, मुंबई और दूसरे ऐसे सभी जगहों पर लागू होगी जहां अमूल के उत्पाद बेचे जाते हैं।

गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन ने अमूल दूध की कीमतों में दो रुपये प्रति लीटर का इजाफा कर दिया है। इसके साथ ही मदर डेयरी ने भी दूध की कीमतें बढ़ा दी है। नई दरें आज (17 अगस्त 2022) से लागू होंगी।

अमूल दूध की कीमतों में की गई यह वृद्धि गुजरात के अहमदाबाद और सौराष्ट्र के अलावे दिल्ली व एनसीआर, पश्चिम बंगाल, मुंबई और दूसरे ऐसे सभी जगहों पर लागू होगी जहां अमूल के उत्पाद बेचे जाते हैं। अमूल दूध के कीमतों में यह वृद्धि 17 अगस्त 2022 से लागू होगी। 
 

अमूल दूध की कीमत बढ़ने की घोषणा के थोड़ी ही देर बाद मदर डेयरी ने भी दूध की कीमतों में दो प्रति लीटर का इजाफा करने की घोषणा कर दी। मदर डेयरी के बढ़े हुए भाव भी 17 अगस्त (बुधवार) से ही लागू होंगे। नई दरों की घोषणा के बाद अमूल दूध के गोल्ड, ताजा व शक्ति ब्रांड की कीमतों में दो रुपये प्रति लीटर का इजाफा हो गया है। जीसीएमएमएफ की ओर से बताया गया है कि ये दरें आज से लागू हो जाएंगी।

उत्पादन और संचालन शुल्क बढ़ने के कारण कीमतों में हुआ इजाफा
जीसीएमएमएफ ने कहा है कि दूध की कीमतों में बढ़ोतरी का फैसला दूध के उत्पादन और संचालन शुल्क में बढ़ोतरी के कारण ली गई। जीसीएमएमएफ ने अपने बयान में कहा है कि दूध की कीमतों में दो रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी से एमआरपी में चार प्रतिशत का इजाफा हुआ है जो खाद्य पदार्थों की महंगाई की औसत दर से कम है। 

एक वर्ष में पशुचारा पर खर्च लगभग 20% बढ़ा
जीसीएमएमएफ के अनुसार पशुओं को चारा खिलाने के खर्च में पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 20 फीसदी का इजाफा हो गया है। इनपुर कॉस्ट में बढ़ोतरी को देखते हुए अमूल के मेंबर यूनियनों ने भी किसानों के भाव आठ से नौ प्रतिशत तक बढ़ा दिए हैं। इन्हीं चीजों को देखते हुए कीमतें बढ़ाने का फैसला लिया गया है। 

जीसीएमएमएफ ने यह भी कहा है कि अमूल की यह पॉलिसी है कि प्रत्येक एक रुपया जो ग्राहक खर्च करते हैं उसका 80 पैसा दूध उत्पादकों तक पहुंचे। दूध की कीमतों में बढ़ोतरी से हमारे दूध उत्पादकों को राहत मिलेगी और वे दूध का उत्पादन और बढ़ाने के लिए प्रेरित होंगे।

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