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गुजरात में बड़ा हादसा: मच्छु नदी का पुल टूटा, करीब 77 की मौत, सीएम पहुंचे घटनास्थल

मोरबी: गुजरात के मोरबी में मच्छु नदी में एक केबल पुल के टूटने से कई लोगों की मौत हुई है। बताया गया है कि जिस वक्त पुल टूटा उस वक्त करीब 400 लोग पुल पर ही थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस हादसे में कम 90 लोगों की मौत हुई है और दर्जनों घायल हैं। पीएम मोदी ने भी घटना को लेकर अधिकारियों से तत्काल राहत-बचाव कार्य शुरू करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इस सिलसिले में गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल से बात की और घटना पर निगरानी रखने के लिए कहा प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया है कि घटना के वक्त करीब 400 से 500 लोग पुल पर थे। ऐसे में भारी भीड़ का बोझ पुल सह नहीं पाया और टूट गया।

गुजरात के गृह मंत्री बोले, करेंगे जरूरी कार्रवाई 
गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने कहा कि सीएम भूपेंद्र पटेल स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। सरकारी एजेंसियां राहत कार्य कर रही हैं। एनडीआरएफ, नेवी और एयरफोर्स यहां मौजूद रहेंगे। जांच बहुत गंभीरता से की जाएगी और हम सभी आवश्यक कार्रवाई करेंगे। संघवी ने कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने बचाव अभियान चलाने के लिए व्यापक समर्थन दिया है। एसडीआरएफ और पुलिस पहले से ही मौके पर मौजूद है। पुल की प्रबंधन टीम पर आईपीसी की धारा 304, 308 और 114 के तहत मामला दर्ज किया गया है। संघवी ने घटनास्थल का भी दौरा किया। मोरबी का यह पुल काफी लम्बी दूरी के लिए है। इस पुल की लंबाई 765 फीट आंकी गई थी। इस पुल पर जाने के लिए फीस भी देनी पड़ती है। इसके लिए 15 रुपए देने होते थे।

सीएम पटेल पहुंचे घटनास्थल 
गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल मोरबी में घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। इस हादसे में अब तक करीब 90 लोगों की मौत हो चुकी है। सीएम भूपेंद्र पटेल मोरबी सिविल अस्पताल पहुंचे, जहां केबल ब्रिज गिरने से घायल हुए मरीजों को भर्ती कराया गया है। 

रक्षा अधिकारी ने कहा कि गुजरात के जामनगर में भारतीय नौसेना स्टेशन वलसुरा ने बचाव अभियान के लिए 40 से अधिक कर्मियों की एक टीम भेजी है, जिसमें समुद्री कमांडो और नाविक शामिल हैं जो अच्छे तैराक हैं। 

पांच दिन पहले ही खोला गया था पुल 
अधिकारियों ने कहा कि दीवाली के एक दिन बाद ही इस पुल को मरम्मत के बाद जनता के लिए खोला गया था। इस पुल की मरम्मत में दो करोड़ रुपये की लागत की बात भी सामने आ रही है। इस पुल पर रविवार की छु्टी होने के कारण काफी भीड़ थी। अफसरों के मुताबिक, रविवार को पुल शाम करीब साढ़े छह बजे टूट गया। मोरबी सिविल अस्पताल के अधीक्षक डॉ प्रदीप दुधरजिया ने कहा कि हमारे अस्पताल में अब तक कई शव लाए जा चुके हैं। बताया गया है कि कुछ लोग घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल पहुंचाया गया है।

38 साल पहले हुआ था मच्छू बांध हादसा

11 अगस्त, 1979 की दोपहर करीब सवा तीन बजे मच्छू बांध टूट गया था। इसके चलते 15 मिनट में ही पूरा शहर पानी में डूब गया था। दो घंटे के अंदर मकान और इमारतें ढहने लगी थीं और देखते ही देखते हजारों पशु व लोग काल कवलित हो गये थे। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक इसमें एक हजार लोग मारे गये थे, जबकि विपक्षियों के मुताबिक 25 हजार लोग मारे गए थे।

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