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हिस्ट्रीशीटर मेहरबान सिंह की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत

कोटद्वार। 80 के दशक में कोटद्वार और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ख़ौफ का पर्याय रहे नींबूचौड़ निवासी डॉन मेहरबान सिंह उर्फ मेहरू(62) की विगत रात संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बेस अस्पताल भेज दिया है। इस बीच मेहरबान सिंह की अचानक हुई मौत की खबर सुनते ही कई लोग उनके आवास पहुंचे । उसके भाई प्रमोद सिंह ने मेहरू की हत्या की आशंका जताई है शिकायत के बाद पुलिस सभी पहलुओं की जांच करने में जुट गई है।

अपने दौर मे कोटद्वार सहित पश्चिमी उत्तरप्रदेश में ख़ौफ़ का पर्याय रहे मेहरबान सिंह उर्फ तीन महीने पहले ही अस्सी के दशक में 21 साल की उम्र में जुर्म की दुनिया मे कदम रखने वाले मेहरबान सिंह मेहरू के नाम से जाना जाता था। उसके नाम से ही लोग खौफ खाते थे।  निम्बूचौड़ कोटद्वार निवासी मेहरू का 40 साल तक कोटद्वार आवर भाबर  क्षेत्र के साथ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक दबदबा रहा। कहा जाता है कि मेहरू दरिंदगी के साथ हत्या करता था। वह हत्या करने के बाद शवों को कई टुकड़ों में काट देता था, जिसके बाद कहीं कटा हाथ तो कहीं पाँव मिलता था। कहा जाता है कि एक समय ऐसा भी था मेहरू के भय से शाम 6 बजे के बाद लोग भाबर क्षेत्र में जाने से डरते थे।   मेहरू कई लोगों की हत्याओं के साथ ही अन्य कई अन्य आपराधिक मामलों में निरुद्ध रहा। जुर्म की दुनिया मे कदम रखने के बाद उसने जब अपना साम्राज्य फैलाया तो उस पर कई बार  जानलेवा हमले हुए लेकिन वह हर बार बच जाता था। इसके बाद मेहरू के साथी बारी- बारी से  उसकी पहरेदारी करते थे।

मेहरबान सिंह को कोर्ट में गवाह की हत्या करने के आरोप में 20 साल की सजा हुई थी। लेकिन अच्छे आचरण के चलते अप्रैल में 17 साल  में ही उसे रिहा कर दिया था। इसके बाद वह अपने घर निम्बूचौड़ मे घर पर ही सुकून के दिन बिता रहा था। लेकिन  विगत रात 1 बजकर 30 मिनट पर उसकी संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई । खौफ का पर्याय रहे  हिस्ट्रीशीटर मेहरबान सिंह उर्फ मेहरू की संदिग्ध मौत पर मेहरबान सिंह के भाई ने हत्या की आशंका जताते हुए पुलिस जांच की मांग की है।  मेहरबान सिंह के भाई प्रमोद सिंह ने प्रेस को जारी बयान में कहा कि मेहरबान सिंह शनिवार देर शाम तक बिल्कुल स्वस्थ थे और घूम रहे थे। अचानक से हुई उनकी मौत कई सवाल खड़े कर रही है। मौत की सूचना जब वह उनके यहां पहुंचे तो मेहरबान के मुंह और नाक में सफेद पाउडर लगा हुआ था। मोहन सिंह ने मेहरबान की पत्नी व दो अन्य व्यक्तियों पर शक जाहिर किया है।

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