बृहस्पतिवार की सुबह भ्रामक सूचना से आक्रोशित छात्राएं व उनके अभिभावकों ने स्कूल में प्रवेश करने के बजाए हाईवे जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। हाईवे जाम होने की सूचना पर पहुंचे पुलिस व शिक्षिकाओं के समझाने के बाद भी अभिभावक मानने को तैयार नहीं थे। वह प्रबंधक को बुलाने की मांग पर अड़े रहे।
प्रबंधक जगदंबा प्रसाद त्रिपाठी ने सूचना को भ्रामक बात हाईवे जमा समाप्त करने की बात कही। कहा कि हाईवे से हटकर सभी लोग कॉलेज परिसर में आएं, संपूर्ण वार्ता की जाएगी। कॉलेज परिसर में प्रबंधक ने कहा कि स्कूल बंद होने की सूचना पूरी तरह भ्रामक व कॉलेज को बदनाम करने के लिए प्रसारित की गई है। स्कूल में नियमित तौर पर शिक्षण कार्य किया जाएगा। कहा कि किसी के बहकावे में न आएं। जिसके बाद आक्रोशित अभिभावक वापस घर गए। बाद में कॉलेज में शिक्षण कार्य शुरू हो सका।
सीओ मंयक द्विवेदी ने बताया कि छात्राओं के हाईवे जाम करने की सूचना पर प्रबंधक व छात्राओं की बीच वार्ता हो गई है। अब कोई बात नहीं है।
संस्थान को बदनाम करने की थी सिर्फ कोशिश
प्रबंधक पं. जगदंबा प्रसाद त्रिपाठी मनीषी ने कहा कि संस्थान को बदनाम करने की कोशिश में भ्रामक सूचना प्रसारित की गई थी। जिससे छात्राओं व अभिभावकों में आक्रोश था। जिसे शांत करा दिया गया है। स्कूल बंद करने का कोई निर्णय नहीं लिया गया है। सिर्फ अभिभावक शिक्षक मीटिंंग में बकाया फीस जमा करने का अनुरोध किया गया था। जिसे लोगों ने दुष्प्रचारित कर दिया।
जारी की गई नोटिस
डीआईओएस रीता सिंह ने मनीषी महिला बालिका इंटर कॉलेज की छात्राओं व अभिभावकों की ओर से हाईवे जाम करने की सूचना पर प्रबंधक को नोटिस जारी की है। नोटिस में 19 जुलाई को अभिभावकों की बैठक में स्कूल बंद करने की बात कहने पर बृहस्पतिवार को आक्रोश में आकर छात्राओं व अभिभावकों की ओर से हाईवे जाम कर प्रदर्शन की बात सामने आ रही है। तीन दिन में समुचित प्रकरण पर अपना जवाब देने को कहा है।