पूर्व सीएम हरीश रावत ने अग्निपथ योजना के विरोध में जोड़ा उम्रदराज विपक्षी नेताओं का कुनबा
देहरादून। विधानसभा चुनाव में अपनी ढपली अपना राग अलाप रहे तमाम राजनीतिक दलों के उम्रदराज नेता भाजपा की अग्निपथ योजना का विरोध में आज सर्वदलीय पदयात्रा में एक साथ दिखे। इन्हें पदयात्रा में एक साथ चलने का श्रेय पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को जाता है। आज की पदयात्रा में कांग्रेस के साथ उक्रांद, वामपंथी , सपा ,पूर्व सैन्य अधिकारी व अन्य सामाजिक संगठन से जुड़े सदस्य मौजूद रहे। प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष करन माहरा व पूर्व अध्यक्ष व पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह की गैर मौजूदगी भी कांग्रेस की गुटबाजी को आज फिर हवा दे गई।
कुछ दिन पहले ही कांग्रेस ने सभी 70 विधानसभाओं में अग्निपथ योजना का विरोध किया था। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बैरियर स्थल पर ही़ सर्वदलीय संगठनों के नेताओं की सहमति से अग्निपथ के विरोध में लगातार संघर्ष करने व तीन अन्य कार्यक्रम की घोषणा भी । उन्होंने कहा कि राज्य के प्रधानों, पूर्व प्रधानों, पूर्व सैनिकों व मातृ शक्ति से प्रधानमंत्री को पत्र लिख अग्निपथ – अग्निवीर योजना को रदद् करने का आग्रह किया जायेगा।पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की अगुवाई में अग्निपथ के विरुद्ध वरिष्ठ नागरिकों का सर्वदलीय अभियान के तहत बुधवार को सैन्यधाम में शहीदों को श्रद्धाजंलि अर्पित कर पद यात्रा आरम्भ की। पुलिस ने बैरियर लगा कर प्दयात्रा को आगे जाने से रोका।
राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को पूर्व आईएस एस एस पांगती ने सौपा। कांग्रेस नेता सुरेन्द्र कुमार द्वारा ज्ञापन पढ़कर सुनाया गया। अग्निपथ योजना के विरोध में राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन में कहा गया है कि भारतीय सेना में पिछले 2-3 वर्षों से नियुक्तियॉ नहीं हो पाई हैं। भारतीय सेना में लगभग 2 लाख पद रिक्त चले आ रहे हैं। लगभग 40 हजार पदों को भारतीय सेना में समाप्त किया जा रहा है। अगिनपथ योजना के अर्न्तगत जब युवा सेवानिवृत होकर वापस लौटेगा तो उसके भविष्य के सामने बड़ा शून्य खड़ा होगा, क्योंकि पेशन, ग्रेच्यूएटी सहित अन्य सुविधाओं के लाभ से वह वंचित रहेगा।
शार्ट सर्विस कमीशन के माध्यम से सेना में नियुक्त हुये अधिकारी अपने 10-14 वर्ष की सेवा के उपरान्त भी वर्तमान में कई लाभों से आज भी वंचित हैं। अग्निपथ योजना की घोषणा के साथ कई देशों से तुलना भी की जा रही है, जबकि उन देशों की जनसंख्या व परकैपिटा इन्कम में हम बहुत पिछड़े हैं, ऐसे देशों से तुलना न्यायोचित नहीं कही जा सकती है। बेराजगारी की दर वैसे ही आश्चर्यजनक रुप से चिन्ताजनक स्थिति में है। हम बेरोजगारी में हरियाणा के समकक्ष पहुॅच गये हैं। हरियाणा को खेती सहित राजधानी दिल्ली के निकट होना व उद्योगों का लाभ मिलता है। कोरोना व केन्द्र की आर्थिक नीतियों के कारण बेरोजगारी की दर लगातार भयावह रुप ले रही है।
केन्द्र सरकार, पेशंन, ग्रेच्यूएटी व अन्य खर्चो में कटौती के उद्वेश्य से उपरोक्त नियुक्तियॉ रदद् कर अग्निपथ जैसी योजना लाई है। हम सब अग्निपथ के विरुद्ध वरिष्ठ नागरिक अभियान के तहत आपसे आग्रह करते हैं कि भारतीय सेना, देश की सुरक्षा व युवाओं के हित को देखते हुये अग्निपथ योजना को रदद् करने के लिये केन्द्र सरकार को निर्देशित करने की कृपा करें। वही नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने पहुँच कर दिया समर्थन और कहा कि अग्निपथ के विरुद्ध संघर्ष जारी रहेगा।पूर्व मुख्य सीसीमंत्री हरीश रावत ने कार्यक्रम के समापन के उपरान्त वहॉ छोड़ी पानी की खाली बोतलों को एकत्रित कराकर कूड़ाघर भिजवाया।
इस अवसर पर जनरल टीपीएस रावत, पूर्व आईएस एस एस पांगती, ड़ा एस एन सचान, कामरेड़ समर भण्ड़ारी, कामरेड़ सुरेन्द्र सजवाण, काशी सिंह ऐरी, एएस मिनाहस, मेजर हरी सिंह चौधरी, कर्नल घ्यानी, कर्नल ए एस शर्मा, कर्नल निशकान्त ध्यानी, कर्नल एस पी शर्मा, कर्नल मोहन सिंह रावत, कर्नल बडत्वाल, पृथवीपाल चौहान, कैप्टन बलबीर रावत, कैप्टन सजवाण, पी सी थपलियाल, किशन मेहता, महेन्द्र नेगी गुरुजी, शीषपाल बिष्ट, मनोज थापा, चौधरी मदन पाल बड़ाना, हवलदार सूर्य प्रकाश, सुबेदार सी एम भटट्, एस एस नेगी, कुशल राम, सहदेव शर्मा, बलबीर सिंह, कमल क्षेत्री, एस एस रजवार, विजय पाल, राजेन्द्र धवन, सुरेन्द्र कुकरेती, सुनील जयसवाल, रामकुमार जयसवाल, गरिमा दसौनी, प्रदीप डोभाल, नरेन्द्र रावत, सजय मलल, शेरजंग थापा, मनीष नगापाल, मनीष कर्णवाल, महावीर सिंह रावत, पूरन सिंह रावत, राकेश गोड़, गोपाल नारसन, मोहन काला, ओम प्रकाश सती बब्बन, अभिषेक भण्ड़ारी, वासूदेव प्रधान, सुभाष थापा, ड़ा0 इक्बाल आदि सहित दर्जनों भूतपूर्व सैनिक अधिकारी व पूर्व सैनिक उपरोक्त पद यात्रा में शामिल हुएl