बदरीनाथ धाम मामले में डिंपल यादव दें मौर्य को जवाब: सीएम
कहा,डिंपल यादव उत्तराखण्ड की हैं उन्हें मौर्य जैसी विघटनकारी सोच पर लगाम लगानी चाहिए
देहरादून। बदरीनाथ धाम को बौद्ध मठ बताने वाले सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के ताजे ट्वीट के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी कहा कि सपा प्रमुख की पत्नी उत्तराखंड से हैं। उन्हें स्वामी प्रसाद मौर्य जैसी विघटनकारी सोच पर लगाम लगाते हुए मौर्य को जबाव देना चाहिए। आज सुबह मौर्य ने ट्वीट कर सीएम धामी पर पलटवार किया।
शुक्रवार दोपहर को मेधावी बच्चों के सम्मान कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत में सीएम धामी ने स्वामी प्रसाद मौर्य की टिप्पणी को अमर्यादित बताते हुए इसकी कड़ी निंदा की। धामी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम व सपा प्रमुख अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव उत्तराखण्ड की हैं और उन्हें स्वामी प्रसाद मौर्य को जवाब देना चाहिए।
जैसा कि ज्ञानवापी मंदिर के सर्वे को लेकर सपा नेता ने कहा था कि बद्रीनाथ समेत अन्य मंदिरों का भी सर्वे होना चाहिए। मौर्य ने यह भी जोड़ा था कि आठवीं सदी में बद्रीनाथ में स्थित बौद्ध मठ को तोड़कर मंदिर बनाया गया था। सपा नेता के बयान के बाद से ही आस्था से जुड़े इस मुद्दे उत्तराखंड के जनमानस में रोष है।
*सीएम धामी का स्वामी प्रसाद मौर्य को जवाब*
विश्व के करोड़ों हिन्दुओं की आस्था के केंद्र बिंदु एवं चार धामों में से एक भू बैकुण्ठ श्री बदरीनाथ धाम के अस्तित्व पर सपा नेता द्वारा की गई अमर्यादित टिप्पणी की मैं घोर निन्दा करता हूं। समाजवादी पार्टी के सर्वोच्च नेता की पत्नी श्रीमती डिंपल यादव जी जो उत्तराखण्ड की बेटी हैं, मैं चाहूंगा कि वे ऐसी विघटनकारी सोच रखने वाले अपनी पार्टी के नेता को अवश्य जवाब दें।
*मानसिक संतुलन खो चुके हैं मौर्य: डिमरी*
श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के वरिष्ठ सदस्य व तीर्थ पुरोहित भास्कर डिमरी ने कहा कि सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य मानसिक संतुलन खो चुके हैं। उन्हें मानसिक शांति व आध्यात्मिक ज्ञान के लिए श्री बदरीनाथ धाम आना चाहिए। उन्होंने कहा पुराणों के अनुसार श्री बद्रीनाथ धाम पुरातन हैं और चारों युगों में अलग अलग नामों से जाने जाते हैं। बदरी क्षेत्र को सत युग में मुक्ति प्रदा, त्रेता में योग सिद्ध, द्वापर में मणिभद्र आश्रम और कल युग में बद्रीकाश्रम या बद्रीनाथ के नाम से प्रसिद्ध है।