उत्तराखंड: मतगणना केंद्रों में पहुंचे 39354 सर्विस पोस्टल बैलेट
देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए अभी तक 39343 सर्विस वोट (सैन्य कर्मियों के पोस्टल बैलेट) पहुंच चुके हैं, जो कुल सर्विस वोटर का 41 प्रतिशत है। प्रदेश में सभी 70 सीटों पर 94471 सर्विस मतदाताओं के लिए पोस्टल बैलेट जारी किए गए हैं।
प्रदेश में मौजूदा चुनाव में सर्विस वोटरों के पोस्टल बैलेट को लेकर काफी हंगामा मचा हुआ है। इसे लेकर राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। इन सबके बीच मतगणना केंद्रों में पोस्टल बैलेट का पहुंचना जारी है। इस कड़ी में अभी तक प्रदेश में 39354 पोस्टल बैलेट पहुंच चुके हैं। ये पोस्टल बैलेट मतगणना के समय से ठीक पहले यानी 10 मार्च सुबह आठ बजे तक स्वीकार किए जाएंगे। मतगणना शुरू होने के बाद आने वाले पोस्टल बैलेट स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
चुनाव में पोस्टल बैलेट के जरिये अभी तक 47004 मतदान कार्मिक, पुलिस कर्मी और आवश्यक सेवाओं वाले कर्मी भी मतदान कर चुके हैं। प्रदेश में चुनावी ड्यूटी पर लगे 54996 सरकारी कर्मियों को पोस्टल बैलेट जारी किए गए थे। इनमें से अभी तक 85.46 प्रतिशत कार्मिक मतदान कर चुके हैं। सरकारी कर्मचारियों के वोट भी मतगणना से पहले तक स्वीकार किए जाएंगे।
पौड़ी जनपद के पाटीसैंण स्थित भारतीय स्टेट बैंक में कार्यरत शाखा प्रबंधक सहित अन्य कर्मचारियों की मतगणना में ड्यूटी लगने से बैंक में तमाम कार्य ठप हो गए हैं। जिससे आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पाटीसैंण के व्यवसायी सुरेंद्र सिंह और नरेंद्र सिंह ने बताया कि कर्मचारियों की मतगणना में ड्यूटी लगाना ठीक है। लेकिन, बैंक प्रबंधन को खाताधारकों की सुविधा के लिए स्टाफ की व्यवस्था करनी चाहिए थी। बताया कि क्षेत्र के दूरस्थ गांव से आए ग्रामीण बैंक में कार्य ना होने के कारण बैरंग वापस लौट रहे हैं। टैक्सी यूनियन अध्यक्ष नंदन ङ्क्षसह रावत ने कहा कि मार्च के महीने में आमजन बकाया टैक्स जमा करते हैं। लेकिन, वर्तमान में बैंक दस मार्च तक बंद है। इधर, एटीएम में भी धनराशि ना होने के कारण आमजन की परेशानियां बढ़ी हुई हैं। बैंक में मौजूद एकमात्र कर्मी सत्यप्रकाश ने बताया कि उच्चाधिकारियों के निर्देशानुसार शाखा प्रबंधक व कैशियर को मतगणना में जाना पड़ा है। मतगणना के बाद स्थिति सामान्य हो जाएगी।
के तहत 80 वर्ष से अधिक आयु व दिव्यांग मतदाताओं को भी पोस्टल बैलेट के जरिये मतदान करने की सुविधा प्रदान की थी। सभी विधानसभाओं में 16858 मतदाताओं ने इस विकल्प को चुना था। इनमें से 15490 ने पोस्टल बैलेट के जरिये मतदान किया है। यह इस श्रेणी के मतदाताओं का 91 प्रतिशत है।