उत्तराखण्ड

अपनी बोली-भाषा के उत्थान के लिए सामूहिक प्रयास जरूरीः तीरथ सिंह

रुद्रप्रयाग ।गढ़वाल माननीय सांसद तीरथ सिंह रावत हिंदी भाषा के उत्थान एवं प्रचार-प्रसार के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं। रावत हिंदी भाषा एवं साहित्य के प्रचार-प्रसार के लिए विशेष पुस्तक वितरण एवं सम्मान समारोह अभियान चला रहे हैं। अभियान के तहत शुक्रवार को रूद्रप्रयाग के 108 स्कूलों को हिंदी एवं साहित्य की पुस्तकें भेंट की गई। वहीं जनपद के पांच साहित्यकारों को सम्मानित भी किया गया।

राजकीय इंटर कॉलेज रूद्रप्रयाग में आयोजित पुस्तक वितरण एवं सम्मान समारोह का उद्घाटन सांसद तीरथ सिंह रावत, जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह, भाजपा जिलाध्यक्ष महावीर सिंह पंवार, परियोजना निदेशक विमल कुमार, विद्यालय के प्रधानाचार्य राजबीर सिंह भदौरिया समेत अन्य लोगों ने दीप प्रज्वलित कर किया। जिसके बाद विद्यालय की छात्राओं ने स्वागत गीत की प्रस्तुति दी। सांसद तीरथ सिंह रावत ने जनपदभर से पहुंचे प्रधानाचार्यों, प्रधानाध्यापक एवं शिक्षकों का स्वागत करते हुए कहा कि अपनी भाषा एवं बोली के उत्थान एवं प्रचार के लिए सामूहिक और सतत प्रयास होने जरूरी हैं। हम औपनिवेषिक काल के बाद से अपनी पहचान एवं संस्कृति को अपनाने एवं स्वीकारने में पिछड़ते जा रहे हैं। यह सोच बदलनी होगी, अपनी मूल संस्कृति, भाषा- बोलियों को हमेशा जीवित रखने एवं नई पीढ़ी तक पहुंचाने की जिम्मेदारी हम सब को उठानी होगी।

जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह ने कहा कि शिक्षा एवं शिक्षक हमारे समाज के सबसे महत्वपूर्ण अंग हैं। उन्होंने जनपदभर से पहुंचे शिक्षकों को अपनी भाषा के ज्यादा से ज्यादा प्रचार के लिए सभी स्कूलों में बेहतर प्रयास करने की अपील की। भाजपा के जिला अध्यक्ष महावीर सिंह पंवार ने अपने जीवन के अनुभव साझा करते हुए पूरे देश में हिंदी भाषा को राष्ट्रभाषा के तौर पर पहचान दिलाने के लिए सभी को अपने स्तर से प्रयास करने की अपील की। इससे पहले राजकीय इंटर कॉलेज रूद्रप्रयाग के प्रधानाचार्य राजबीर सिंह भदौरिया ने सभी का स्वागत किया।
इस अवसर पर परियोजना निदेशक विमल कुमार, तहसीलदार राम किशोर ध्यानी, ग्राम प्रधान मयकोटी अमित प्रदाली, विजय सति समेत अन्य लोग मौजूद रहे।

108 स्कूलों में स्थापित होगा पुस्तकालय

कार्यक्रम में जनपद के 60 प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय को दस हजार, 32 उच्च विद्यालयों को पच्चीस हजार एवं 16 इंटर कॉलेजों को को पचास हजार रुपये मूल्य की पुस्तकों का निःशुल्क वितरण किया गया। कार्यक्रम के संयोजक मुकेश कुमार ने बताया कि माननीय सांसद श्री तीरथ सिंह रावत की इस अनोखी पहल से जिले के 108 शैक्षणिक संस्थानों को हिन्दी साहित्य से संबंधित हिन्दी के महान लेखकों की रचनाओं से समृद्ध एक मिनी लाइब्रेरी की स्थापना की जाएगी।

जिले के पांच साहित्यकारों को मिला सम्मान

रुद्रप्रयाग जिले के शिक्षा, साहित्य-संस्कृति से जुड़े 05 साहित्यकारों को माननीय सांसद तीरथ सिंह रावत द्वारा प्रशस्ति-पत्र, पुस्तकें एवं शॉल प्रदान कर सम्मानित किया गया। जिसमें (1) रमेश पहाड़ी (2) जगदंबा प्रसाद चमोला (3) कृष्णानंद नौटियाल (4) अश्विनी गौड़ (5) श्रीमती कुसुम भट्ट शामिल रहे।

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