उत्तरप्रदेश

अमेठी: तीन करोड़ से बनेगा सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय

गौरीगंज(अमेठी)। भूतपूर्व सैनिकों व उनके आश्रितों को योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए तीन करोड़ रुपये की लागत से सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय का निर्माण होगा। अभी तक किराये के मकान में चल रहे कार्यालय को निजी भवन मिलेगा। कुड़वा रामपुर गांव में एक एकड़ भूमि मिलने के बाद शुक्रवार को भूमि पूजन किया गया। इसके साथ भूतपूर्व सैनिकों के लिए अस्पताल व कैंटीन के निर्माण के लिए जमीन की खोज भी शुरू हो गई है।

एक जुलाई 2010 को जिला सृजित होने के बाद भूतपूर्व सैनिक व उनके आश्रितों के लिए संचालित योजनाओं का लाभ लेने के लिए सुल्तानपुर जिले का चक्कर लगाना पड़ता था। पांच वर्ष पूर्व शहर के लोदीबाबा के पास किराये के भवन में सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय का संचालन शुरू हुआ। विभाग की ओर से जिला प्रशासन से कार्यालय निर्माण के लिए भूमि की डिमांड की गई।

डीएम राकेश कुमार मिश्र ने भूतपूर्व सैनिक व उनके आश्रितों को सुविधा देने के लिए कुड़वारामपुर ग्राम पंचायत में एक एकड़ भूमि निशुल्क आवंटित की। शासन ने तीन करोड़ रुपये की धनराशि को स्वीकृति प्रदान की है। लोक निर्माण विभाग के प्रांतीय खंड को निर्माण की जिम्मेदारी दी गई है।
शुक्रवार को एडीएम अर्पित गुप्ता व कर्नल राजेश कुमार भूमि पूजन कराते हुए निर्माण कार्य का शुभारंभ किया। एई बीके अग्रवाल ने बताया कि मानक युक्त निर्माण समय से पूरा कर भवन सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय को निर्धारित समय में हैंडओवर किया जाएगा। भूमि पूजन के दौरान भूतपूर्व सैनिक प्रमोद कुमार पांडेय, राजेंद्र कुमार मिश्र, पवन कुमार त्रिपाठी व रवींद्र नारायण शुक्ल आदि मौजूद रहे।

यह होगा निर्माण
आवंटित धनराशि से सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय के साथ सैनिक विश्राम गृह, कर्मचारी व अधिकारी आवास के साथ प्रसाधन व पेयजल समेत कई निर्माण होगा। ग्रांउड में शहीद स्तंभ के साथ नाम पट्टिका भी तैयार की जाएगी।

मिलेगा सभी योजना का लाभ
सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय के कनिष्ठ सहायक रवींद्र नारायण शुक्ल ने बताया कि कार्यालय संचालित होने के बाद भूतपूर्व सैनिक व उनके आश्रितों को पेंशन, विभागीय योजना के तहत स्वरोजगार व प्रशिक्षण देने के साथ जिला प्रशासन से समन्वय स्थापित कर उनकी पुलिस, राजस्व व अन्य विभागों से जुड़ी परेशानियों को दूर कराया जाएगा। वर्तमान में भी सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय की ओर से भूतपूर्व सैनिक व उनके आश्रितों को योजना से लाभान्वित किया जा रहा है।

वर्तमान में 3,323 भूतपूर्व सैनिक
जिले में सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय में वर्तमान में सेना से सेवानिवृत्त 2145, नेवी के 254 तथा एयरफोर्स के 356 सैनिक का डाटा उपलब्ध है। इसी तरह 483 थल सेना , 57 नैवी तथा 98 एयरफोर्स के शहीद/ मृतक सैनिक पत्नी को योजना से लाभान्वित किया जा रहा है। पांच ऐसे सैनिक हैं जो 1986 से पहले विभिन्न कारणों से सेना की नौकरी छोड़ चुके है उन्हें प्रतिमाह चार हजार रुपये की पेंशन को द्वितीय विश्वयुद्ध के लिए 65 सैनिक को प्रति माह छह हजार रुपये पेंशन सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय की ओर से दिलाई जा रही है।

जल्द होगा कैंटीन व अस्पताल का निर्माण
सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय के पास कैंटीन व अस्पताल निर्माण के लिए भूमि की डिमांड जिला प्रशासन से की गई है। उम्मीद है कि जल्द ही भूमि आवंटित होगी। भूमि स्टेशन अफसर के नाम आवंटित होने के बाद कैंटीन व अस्पताल का निर्माण कर सैनिक व भूतपूर्व सैनिक तथा उनके आश्रितों को योजना का लाभ दिलाया जाएगा।

कार्यालय निर्माण के बाद मिलेगी सहूलियत
सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय निर्माण का कार्य शुक्रवार को शुरू हो गया है। कार्यालय भवन निर्माण पूरा होने के बाद सृजित पद के अनुसार तैनाती शासन से होगी। कर्मियों की तैनाती के बाद सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय संचालन में सुविधा होगी तो भूतपूर्व सैनिक व उनके आश्रितों को भी लाभ मिलेगा।
कर्नल राजेश कुमार, जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी अमेठी

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