आल इण्डिया ब्राम्हण फैडरेशन की राष्ट्रीय कार्यसमिति की दो दिवसीय बैठक शनिवार से होगी शुरू
हरिद्वार। शनिवार से हरिद्वार में आयोजित की जा रही आल इण्डिया ब्राम्हण फैडरेशन की राष्ट्रीय कार्यसमिति बैठक में देश के विभिन्न राज्यों से आए प्रतिनिधि भाग लेंगे। प्रैस क्लब में पत्रकारों को जानकारी देते हुए ऑल इण्डिय ब्राह्मण फैडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा.प्रदीप ज्योति एवं महामंत्री पदमप्रकाश शर्मा ने बताया कि गंगा स्वरूप आश्रम में आयोजित की जा रही दो दिवसीय बैठक में कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि आर्थिक आधार पर आरक्षण की व्यवस्था हर स्तर पर एवं प्रभावी ढंग से हो ताकि देश में सभी जातियों व वर्ग के जरूरतमन्द व पात्र लोगो को शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य सुरक्षा एवं जीवनयापन में राहत व मदद मिल सकें।
फैडरेशन की मांग पर देश के कई राज्यों में आर्थिक आधार पर राहत देने एवं गरीब ब्राम्हणो की मदद के लिये ब्राम्हण वेलफेयर बोर्ड व कॉरपोरेशन का गठन किया गया है। फैडरेशन चाहता हैं कि उत्तराखण्ड में जहां ब्राम्हणो की आबादी 25 प्रतिशत से अधिक हैं और इनमे भी लगभग पचास प्रतिशत आर्थिक रूप से सक्षम नही हैं। उन्हे राहत देने के लिए उत्तराखण्ड में ब्राम्हण वेलफेयर कोरपोरेशन का गठन किया जाए। देश में ऐटोसिटी कानून के बढते दुरूपयोग, विशेषकर दक्षिण के कई राज्यो में इस कानून के दुरूपयोग की शिकायत को देखते हुए इसके समकक्ष ब्राम्हण समुदाय की सुरक्षा के लिए सशक्त कानून इसके बनाया जाये। देश में कई स्थानो पर ब्राम्हणो को परेशान करने की शिकायतें बढ़ रही हैं। कानून से ब्राम्हण समाज की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
देश में अग्रेजी शासनकाल की गलत परम्परा का निर्वहन आज भी हो रहा हैं और देवालय सरकार के नियंत्रण में हैं। देवालयों को सरकार के नियंत्रण से मुक्त किया जायें और उनकी स्वायतता कायम की जायें। कई राजनेतिक दलों का नजरीया धर्म व समाज के प्रति संर्किण हैं। जिसे देखते हुए उनसे सर्व धर्म सदभाव की उम्मीद करना व्यर्थ हैं। अतः इस मामले में ठोस कार्यवाही आवश्यक हैं। न्यायिक स्तर पर जारी इस प्रकरण में सरकार उचित ढगं से पक्ष रखें। प्रैसवार्ता के दौरान प्रदीप द्विवेदी, संदीप शर्मा आदि भी मौजूद रहे।