उत्तराखण्ड

मासिक धर्म स्वच्छता को लेकर जागरूकता गोष्ठियों का आयोजन

रुद्रप्रयाग: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, रुद्रप्रयाग के तत्वावधान में मासिक धर्म स्वच्छता को लेकर जागरूकता के मकसद के साथ मासिक धर्म स्वच्छता पखवाड़ा शुरू हो गया है। इसके तहत जनपद में जनपद के मुख्य चिकित्सालयों में आयोजित संगोष्ठियों में किशोरियों को मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन को लेकर जागरूक किया गया।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. एचसीएस मर्तोलिया ने बताया कि मासिक धर्म महिलाओं व किशोरियों के स्वास्थ्य से जुड़ा एक मानवधिकार है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2030 तक माहवारी को जीवन का सामान्य तथ्य बनाने की थीम के साथ इस वर्ष 28 मई को विश्व माहवारी स्वच्छता दिवस का आयोजन किया गया। बताया कि जनपद में 11 जून, 2023 तक माहवारी स्वच्छता पखवाड़े का आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत जिला चिकित्सालय व ब्लाक स्तर के सभी मुख्य चिकित्सालयों में सेनेटरी नैपकीन व आईएफए काउंटर स्थापित किए गए है।

वहीं, मासिक धर्म स्वच्छता पखवाड़े के अंतर्गत सोमवार को जागरूकता गोष्ठियों का आयोजन किया गया। जिला चिकित्सालय में आयोजित संगोष्ठी में महिला चिकित्सा अधिकारी डाॅ.आकांक्षा द्वारा मासिक धर्म को लेकर विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। उन्होंने मासिक धर्म स्वच्छता को लेकर किशोरियों में जागरूकता पर जोर दिया। कहा कि मासिक धर्म स्वच्छता के लिए स्वच्छ विधियों का उपयोग करना चाहिए।

एएनएम दीपिका पंवार ने कहा कि मासिक धर्म स्वच्छता के लिए रोज नहाने, स्वच्छ साधन का प्रयोग करने, 4-6 घंटे बाद नए सेनेटरी नैपकीन का प्रयोग करने आदि मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन पर ध्यान देना चाहिए। काउंसलर आरकेएसके विपिन सेमवाल ने बताया कि मासिक धर्म स्वच्छता के तहत स्वच्छ साधन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत एक रुपए की दर पर सेनेटरी नैपकीन एएनएम व आशा कार्यकत्री के माध्यम से उपलब्ध कराया जा रहा है।

वहीं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ऊखीमठ में आयोजित कार्यक्रम में डाॅ. मोनिका सजवाण, एएनएम प्रेमा तिवारी व रेखा परमार द्वारा मासिक धर्म स्वच्छता के बारे में जानकारी दी गई।

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