उत्तराखंड की पांच बेटियां यूक्रेन से लौटींं, अपनों को देख हुईं भावुक
डोईवाला। रूस द्वारा यूक्रेन पर किए गए हमले के बाद से वहां कई भारतीय और उत्तराखंडी छात्र फंसे हुए हैं और उनके स्वदेश लौटने का क्रम जारी है। इसी के तहत उत्तराखंड की पांच छात्राएं यूक्रेन से सुरक्षित वापस लौट आईं हैं। रविवार को वह देहरादून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पहुंचीं। इस दौरान उन्हें सुरक्षित स्वदेश पहुंचने की खुशी भी थी, लेकिन अपने स्वजनों को पास देख वह भावुक भी नजर आईं।
इनमें दो छात्रा ऋषिकेश, एक कीर्तिनगर, एक टिहरी और एक देहरादून निवासी है। अपनी बेटी अदिति को सुरक्षित देख पिता दरम्यान कंडारी की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। वह अदिति को लेकर टिहरी के लिए रवाना हो गए। अदिति यूक्रेन से टिहरी पहुंचने वाली पहली युवती है। अदिति यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है। अभी टिहरी के 13 लोग यूक्रेन में फंसे हैं।
जौलीग्रांट पहुंचीं छात्राओं के नाम:
1- निशा ग्रेवाल (उम्र 20 वर्ष) पुत्री राजकुमार, निवासी श्यामपुर ऋषिकेश
2- आयुषी राय (उम्र 22 वर्ष) पुत्री अजय राय,निवासी आवास-विकास ऋषिकेश
3- अदिति कंडारी (उम्र 22 वर्ष) पुत्री दरम्यान दरम्यान, निवासी बौराड़ी नई टिहरी
4- आकांक्षा (उम्र 21 वर्ष) पुत्री ईश्वर प्रसाद, निवासी कीर्तिनगर
5- विभूति भारद्वाज प्रगति विहार देहरादून
मंगलौर का अदनान भी लौटा
रुड़की में मंगलौर के मिरदगान निवासी अदनान शनिवार सुबह यूक्रेन से आठ घंटे का बस का सफर कर हंगरी पहुंचा था, जहां से वह रात 9:30 बजे दिल्ली के लिए एयर इंडिया की फ्लाइट में बैठा और रविवार सुबह 9:40 पर दिल्ली पहुंचा। जहां पर दिल्ली निवासी उसके मामा शाहिद अख्तर ने उसे रिसीव किया। बताया गया है कि अभी अदनान एक-दो दिन दिल्ली में ही अपने मामा के पास रहेगा। अदनान के पिता फैजान खान नैनीताल में सहायक राजस्व निरीक्षक हैं। वर्तमान में उनका परिवार देहरादून में रह रहा है।
यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्र के रोमानिया बॉर्डर पर पहुंचने पर यहां पर मौजूद नाइजीरिया और साउथ अफ्रीका के छात्रों ने भारतीय छात्रों के साथ मारपीट व हाथापाई की है उनकी आंखों में मिर्ची का स्प्रे भी डाल दिया है जिसकी वजह से कई छात्रों के मोबाइल फोन व अन्य सामान छूट गया है भाजपा शिक्षक प्रकोष्ठ के नेता प्रदीप त्यागी ने बताया कि ऋषिकेश निवासी उनकी भांजी तमन्ना रोमानिया बॉर्डर पर ही है कल सुबह 4:00 बजे उसने घटना के संबंध में जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि लड़कियों की तो रोमानिया में सुरक्षित एंट्री हो गई है लेकिन छात्रों को भी अभी भी यूक्रेन बॉर्डर पर रुका हुआ है।