ब्राह्मण जागने से ही देश विश्व गुरु बनेगाः मनीषाचार्य
देश से आरक्षण समाप्त किया जाना चाहिएः शर्मा
देहरादून। भारतीय ब्राह्मण महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ हर्षवर्धन शर्मा का कहना है कि आरक्षण को समूह समाप्त किया जाना चाहिए, मगर यह भी कटु सत्य है कि कोई भी राजनीतिक दल वोट के लोभ में ऐसा नहीं कर सकता है। रविवार को हरिद्वार रोड स्थित सभागार में आयोजित प्रेसवार्ता में संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. हर्षवर्धन शर्मा ने कहा कि खेद का विषय है कि ब्राह्मण समाज का ही राष्ट्र स्तरीय व्यक्ति ब्राह्मण समाज को जातियों में बांटने का निराधार आरोप लगाकर ब्राह्मण विरोधी मानसिकता का तुष्टिकरण कर राजनीतिक लाभ लेने का प्रयास कर रहा है। जबकि भागवत गीता के चौथे अध्याय के 13 वे श्लोक में श्री कृष्ण भगवान स्वयं जातियों को बनाने की बात कह रहे हैं। इसी प्रकार यजुर्वेद में भी विभिन्न जातियों की उत्पत्ति ईश्वर के विभिन्न अंगों की और से बनाए जाने का प्रसंग है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि आरक्षण को समाप्त किया जाना चाहिए, मगर यह भी कटु सत्य है कि कोई भी राजनीतिक दल वोट के लोभ में ऐसा नहीं कर सकता है। हमारी मांग है कि आरक्षण प्राप्त समस्त एमएलए, एमपी के परिवारों का आरक्षण समाप्त कर दिया जाए। सरकारी कर्मचारी 1 से 3 श्रेणी तक का आरक्षण समाप्त किया जाए। तीसरी मांग है शेष आरक्षित वर्ग के छात्र-छात्राओं को उच्चतम शिक्षा प्राप्त करने तक समस्त सुविधाएं दी जाएं। 1 से 30 श्रेणी तक की कर्मचारी प्रतियोगिता में आरक्षण का लाभ न दिया जाए और ना ही प्रोन्नति में आरक्षण का लाभ दिया जाए। आरक्षण दिए जाने में आर्थिक स्थिति का भी कोई मापदंड तय किया जाए। वहीं, राष्ट्रीय सचिव अंतर्राष्ट्रीय योग गुरु व ज्योतिषाचार्य डॉ. पं. मनीष आचार्य ने कहा कि ब्राह्मण योग व आध्यात्मिक का संगम है जो गीता में श्री कृष्ण द्वारा 18वे अध्याय में आदर्श गए गुना पर आधारित है। ब्राह्मण जगेगा तो देश जगेगा और तभी यह विश्व गुरु बन सकता है। क्योंकि ब्राह्मण ने ही ज्ञान के बल पर संपूर्ण विश्व का मार्ग प्रशस्त किया है। इस अवसर पर उत्तराखंड प्रभारी अतुल शर्मा, प्रदेश सचिव विजय राम सती, प्रभारी आशु तुम्बडीया, जिला सचिव अशोक शर्मा, कुणाल गिरी, श्रीधर शर्मा, प. शशांक पुंडरीक व वेदव्रत पैन्यूली आदि उपस्थित रहे।