अग्निपथ स्कीम नहीं होगी वापस, FIR में नाम तो नहीं बन पाएंगे अग्निवीर, सेना का साझा बयान में ऐलान
नई दिल्ली | सेना में भर्ती के लिए अग्निपथ स्कीम पर विपक्ष सरकार पर करारा हमला कर रही है. इस बीच वायुसेना ने अग्निवीरों की नियुक्ति के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है. एयरफोर्स ने नियुक्ति के लिए सारी शर्तें-सुविधाएं और अन्य जानकारियों को वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है. इस बीच कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर आज सत्याग्रह आंदोलन कर रही है| इस बीच, आर्मी, एयरफोर्स और नेवी के बड़े अफसरों ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें तीनों ने साफ कर दिया कि अगर किसी पर एफआईआर दर्ज है तो वह सेना में नौकरी हासिल नहीं कर पाएगा। ऐसे लोग सेना भर्ती प्रक्रिया में भी शामिल नहीं हो पाएंगे।
लेफ्टिनेंट जनरल बंशी पुनप्पा ने कहा कि सेना में अग्निवीरों की भर्ती के लिए 1 जुलाई को नोटिफिकेशन जारी हो जाएगा. जिसके बाद लोग एप्लीकेशन रजिस्ट्रेशन शुरू कर सकते हैं. भर्ती के लिए पहली रैली अगस्त के दूसरे सप्ताह से शुरू होगी. रैली में फिजिकल टेस्ट और मेडिकल होगा उसके बाद एंट्रेंस एग्जाम होगा फिर उन्हें कॉलम में मेरिट के हिसाब से भेजेंगे. अगस्त से लेकर नवंबर तक 2 बैच में रैलिया होंगी. पहले लॉट में 25000 अग्निवीर आएंगे. ये लोग दिसंबर के पहले सप्ताह में आएंगे. अग्निवीरों का दूसरा जत्था फरवरी में आएगा. देशभर में कुल 83 भारतीय रैलियां होंगी जो देश के हर राज्य में हर हर आखिरी गांव तक होंगे. वायु सेना में 24 जून से बहाली शुरू होगी, जबकि नेवी में बहाली के लिए 25 जून को नोटिफिकेशन आएगा.
नेवी के अनुसार अगले दो-तीन दिनों में 25 जून तक हमारा एडवर्टाइजमेंट इंफॉर्मेशन ब्रॉडकास्टर मिनिस्ट्री तक पहुंच जाएगा. हमारे टाइमलाइन के हिसाब से 21 नवंबर को हमारा पहला अग्निवीर का बैच आई एन एस चिल्का उड़ीसा में रिपोर्ट करना शुरू कर देगा. हम महिलाओं को भी अग्निवीर बना रहे हैं. मैं 21 नंवबर का इंतजार कर रहा हूं और मुझे आशा है कि महिला और पुरुष अग्निवीर आइएनएस चिल्का पर रिपोर्ट करेंगे.
सेना ने कहा कि अगले 4-5 वर्षों में, हम 50-60 हजार सैनिकों की बहाली करेंगे और बाद में इसे बढ़ाकर 90,000- 1 लाख तक किया जाएगा. हमने योजना का विश्लेषण करने के लिए 46,000 जवानों से छोटी शुरुआत की है.
ले. अ. अनिल पुरी ने कहा कहा कि ‘अग्निवीरों’ को सियाचिन और अन्य क्षेत्रों जैसे क्षेत्रों में वही भत्ता मिलेगा जो वर्तमान में सेवारत नियमित सैनिकों पर लागू होता है. सेवा शर्तों में उनके साथ कोई भेदभाव नहीं होगा. जो कपड़े सेना के जवान पहनते हैं वहीं कपड़े अग्निवीर पहनेंगे, जिस लंगर में सेना के जवान खाना खाते हैं वहीं पर अग्निवीर खाएंगे. जहां पर सेना के जवान रहते हैं वहीं पर अग्निवीर ही रहेंगे.
सेना ने अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि सेना को युवा लोगों की जरूरत है. आज सेना की औसत उम्र 32 साल है, इसे हम कम करके 26 साल पर करने की कोशिश करने की कोशिश कर रहे हैं. लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि युवा ज्यादा रिस्क ले सकते हैं ये हम सभी को पता है. अनिल पुरी डीएमए (Dept of Military Affairs) )में एडिशनल सेक्रेटरी हैं. उन्होंने कहा कि 1989 में इस योजना पर विचार करना शुरू हो गया. और इसे लागू करने से पहले कई देशों में सेना में नियुक्तियों और वहां के एग्जिट प्लान का अध्ययन किया गया.
अग्निपथ स्कीम पर इंडियन आर्मी बड़ा प्रेस कॉन्फ्रेंस आज 2 बजे करने जा रही है. सैन्य मामलों के विभाग के अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी आज साउथ ब्लॉक में अग्निवीर भर्ती योजना के मुद्दे पर संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करेंगे. इसके अलावा इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय सेना के एडजुटेंट जनरल लेफ्टिनेंट जनरल बंसी पोनप्पा, भारतीय नौसेना के वाइस एडमिरल दिनेश त्रिपाठी और भारतीय वायु सेना के कार्मिक प्रभारी एयर मार्शल सूरज झा आज अग्निवीर योजना पर संवाददाता सम्मेलन में उपस्थित रहेंगे. इसस पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज इस मसले पर तीनों सेना प्रमुखों के साथ एक मीटिंग की.