Uncategorizedदेशधर्म-संस्कृति

दशहरा के दिन करें शमी और अपराजिता के पौधे की पूजा, मिलेगी सफलता

नई दिल्ली: आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को दशहरा यानी विजय दशमी का पर्व मनाया जाता है। शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि इस दिन भगवान श्री राम से लंकापति रावण का वध करके अधर्म का नाश किया था। इसी कारण हर साल अधर्म पर धर्म की विजय के प्रतीक के रूप में इस पर्व को हर साल मनाया जाता है। इस साल यह पर्व 5 अक्टूबर को मनाया जा रहा है। इस दिन मां दुर्गा के व्रत नवरात्र का पारण करने के साथ कुछ उपाय करना लाभकारी माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, दशहरा के दिन जिस तरह से नीलकंठ देखना शुभ माना जाता है। उसी तरह इस शमी के पेड़ और अपराजिता के फूल की पूजा करना शुभ माना जाता है। जानिए कैसे करें अपराजिता के फूल और शमी की पूजा।

ऐसे करें अपराजिता की पूजा

दशहरा के दिन अपराजिता की पूजा करना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन अपराजिता की पूजा करने से सालभर हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है। इसके साथ ही रुके हुए काम सुचारू से चलने लगते हैं।

इस दिन उत्तर-पूर्व यानी ईशान कोण की तरफ की कोई जगह साफ कर लें। इसके बाद साफ जगह पर चंदन से आठ पत्तियों वाला कमल का फूल बना लें। इसके बाद इसमें अपराजिता के फूल या पौधा रख दें। इसके बाद संकल्प लेते हुए इस मंत्र को बोले-‘मम सकुटुम्बस्य क्षेम सिद्धयर्थे अपराजिता पूजनं करिष्ये’

ऐसे करें शमी की पूजा

निर्णयसिन्धु के अनुसार, दशहरा के दिन शमी के पौधे की पूजा करना लाभकारी माना जाता है। माना जाता है कि इस दिन शमी की पूजा करने से हर काम में सफलता प्राप्त होती है। इसके साथ ही साल भर यात्राओं में लाभ मिलेगा। शमी के पेड़ की पूजा घर में कर सकते हैं सबसे पहले इस दिन शमी के पेड़ की जड़ में जल चढ़ाएं। इसके साथ ही दीपक जलाएं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button