जैविक खेती की तरफ बढ़ना हमारे लिये उपयोगी होगाः हरीश
देहरादून। उत्तराखंडियत के मुद्दे को लेकर सियासत का ताना-बाना बुन रहे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अब अपनी एक गलती का खुलासा किया है। बेबाक अंदाज के लिये पहचान रखने वाले हरदा ने सोशल मीडिया में लिखा है कि पिछली बार मुझसे एक त्रुटि रह गई थी, मैंने पर्यटन विभाग पर ज्यादा भरोसा किया और उनको अपने नेशनल हाईवेज में फूड सराय, फूड कोर्ट्स और क्राफ्ट कोर्ट्स विकसित करने का दायित्व सौंपा, मगर प्रारंभिक सर्वेक्षण के बाद पर्यटन विभाग आगे नहीं बढ़ पाया।
इस बार मैं समझता हूं यह काम मंडी को सौंपा जाये। नई सरकार को इस पर विचार करना चाहिए और हर बाजार में एक फड़ बाजार भी विकसित करना चाहिए। फड़ बाजार में निकट के गांवों के लोग अपने उत्पादों को लाकर बेच सकें और उस स्थान की सुरक्षा आदि का दायित्व मंडी करे और ऐसे बाजारों को मंडी सिस्टम के साथ जोड़ा जाए। ताकि धीरे-धीरे दूरदराज के गांवों में भी मंडी सिस्टम विकसित किया जा सके और स्थानीय उत्पादों को मंडी में लाकर और मंडी के माध्यम से बड़े बाजार में पहुंचाया जा सके। मैं समझता हूं कि जैविक खेती की तरफ जब हम बढ़ेंगे तो यह तंत्र हमारे लिए बहुत उपयोगी साबित हो सकता है। हरीश रावत इस समय यूपी चुनाव प्रचार में व्यस्त है, मगर आने वाली सरकार की प्राथमिकताएं रोज गिना रहें है। हरदा के हर पोस्ट से ऐसा एहसास हो रहा है कि कांग्रेस उत्तराखण्ड में सरकार बनाने जा रही है।