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पूर्वोत्तर राज्यों में भारी बारिश ने बड़े इलाकों में मचाई तबाही, असम में भूस्खलन से दो बच्चों की मौत

कोलकाता/गुवाहाटी/ धारवाड़(कर्नाटक)। भारी बारिश ने पूर्वोत्तर राज्यों के बड़े इलाकों में तबाही मचाई है। पूर्वोत्तर राज्यों असम, मेघालय, त्रिपुरा, नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश के बड़े इलाकों में गुरुवार को भारी बारिश हुई, जिससे कई स्थानों पर बाढ़ की स्थिति और खराब हो गई। मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों तक इस क्षेत्र में और बारिश होने का अनुमान जताया है।

वेदरमैन ने अगले पांच दिनों तक सभी पूर्वोत्तर राज्यों और आसपास के उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भारी से बहुत भारी बारिश के साथ व्यापक गरज के साथ बौछारें पड़ने की भविष्यवाणी की है। मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा, “16 से 18 जून तक असम और मेघालय में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक बारिश होने की संभावना है।” मौसम विभाग के मुताबिक, बिहार और झारखंड में 19 जून तक और ओडिशा में 17 जून तक भारी बारिश की संभावना है।

असम में भूस्खलन में दो बच्चों की मौत
अधिकारियों ने बताया कि असम में लगातार तीसरे दिन भारी बारिश जारी रही। बुधवार को भूस्खलन के कारण दो और लोगों की मौत हो गयी और बाढ़ की स्थिति बदतर हो गयी। असम में गोलपारा जिले के आजाद नगर इलाके में भूस्खलन के कारण एक घर गिरने से दो बच्चों की मौत हो गई और दीमा हसाओ और उदलगुरी में बाढ़ के पानी में दो व्यक्ति डूब गए। जिससे साल राज्य में बाढ़ और भूस्खलन से मरने वालों की संख्या बढकर 46 हो गई है।

भूस्खलन के मलबे के कारण सड़क पर लगा जाम
मृतक बच्चों की पहचान 11 वर्षीय हुसैन अली और आठ वर्षीय अस्मा खातून के रूप में हुई है। गुवाहाटी में, नूनमती इलाके में दिनभर हुए भूस्खलन के कारण तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। खारगुली क्षेत्र के जॉयपुर, बोंडा कॉलोनी, दक्षिण सरानिया, गीतानगर के अमायापुर और 12 माइल समेत कईं इलाकों में मलबे के कारण सड़क पर जाम लग गया। अधिकारियों के अनुसार, असम के कम से कम 18 जिलों में मूसलाधार बारिश हो रही है, कामरूप मेट्रो, कामरूप, नलबाड़ी और बारपेटा से ताजा क्षेत्रों में बाढ़ की सूचना है। 18 जिलों में बाढ़ से करीब 75 हजार लोग प्रभावित हुए हैं। ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है, जबकि मानस नदी कुछ स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।

गुवाहाटी में अनिल नगर, नबीन नगाए, चिड़ियाघर रोड, सिक्स माइल, नूनमती, भूतनाथ, मालीगांव जैसे इलाकों में लगातार तीसरे दिन भी जलभराव जारी रहने से गुवाहाटी में जनजीवन ठप हो गया है। प्रशासन ने लोगों से अनावश्यक रूप से घर के बाहर नहीं आने की अपील की है।

शैक्षणिक संस्थानों को शनिवार तक कक्षाएं स्थगित करने के निर्देश
क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने असम और मेघालय में मूसलाधार बारिश की चेतावनी दी है। असम के निचले जिलों के उपायुक्तों ने भी शैक्षणिक संस्थानों को शनिवार तक कक्षाएं स्थगित करने के निर्देश जारी किए हैं। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि मेघालय, असम, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश दर्ज की गई और नागालैंड और त्रिपुरा में भारी से बहुत भारी बारिश दर्ज की गई।

बाढ़ के कारण अब तक 13 तटबंध टूटे
जिला अधिकारियों ने स्थानीय लोगों की सहायता के लिए सात शिविर और नौ राहत वितरण केंद्र खोले हैं। कुल 1,224 लोगों ने राहत शिविरों में शरण ली है और अकेले कामरूप महानगर में 677 लोग रह रहे हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार, भारी बारिश और बाढ़ के कारण अब तक 13 तटबंध टूट गए, 64 सड़कें और एक पुल क्षतिग्रस्त हो गया।

मानसून के पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी हिस्से की ओर बढ़ने के आसार
मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार को कहा कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के शुक्रवार तक पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी हिस्सों तथा राज्य के सभी उत्तरी जिलों की ओर बढ़ने का अनुमान है। जिससे इस इलाके समेत पूरे उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल क्षेत्र में दिन और रात के तापमान और आर्द्रता के स्तर में कमी आएगी। 

आईएमडी ने कहा कि बंगाल की खाड़ी से तेज दक्षिण-पश्चिमी हवाएं चलने के कारण उप-हिमालयी जिलों दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, जलपाईगुड़ी, कूचबिहार और अलीपुरद्वार में अगले पांच दिन में भारी से बहुत भारी स्तर की बारिश होने का अनुमान है। विभाग ने कहा कि मानसून के धीरे-धीरे दक्षिण जिलों की ओर बढ़ने की उम्मीद है, जिसके चलते शुक्रवार और शनिवार को क्षेत्र में भारी बारिश होने का अनुमान है।

उत्तरी बंगाल के लिए मौसम विभाग ने जारी किया ऑरेंज अलर्ट
पश्चिम बंगाल राज्य के उप-हिमालयी क्षेत्र के जिलों में तीन दिनों तक लगातार भारी बारिश की संभावना है। इसे लेकर 16 से 18 जून के लिए उत्तर बंगाल के विभिन्न जिला क्षेत्रों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। 

कर्नाटक: बारिश के बाद स्कूल में फंसे 150 छात्र
धारवाड़ जिले के एक गांव के एक सरकारी हाई स्कूल में गुरुवार को मूसलाधार बारिश के कारण पानी भर जाने से कम से कम 150 छात्र फंस गए।अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बारिश दोपहर करीब तीन बजे शुरू हुई थी। शिक्षक और छात्र घर लौटने के लिए बारिश के रुकने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन बारिश में कोई कमी नहीं आई। जिसके परिणामस्वरूप स्कूल के चारों तरफ काफी पानी भर गया और स्कूल एक द्वीप की तरह दिखाई देने लगा।

इस दौरान बेलवातगी पंचायत के अधिकारी बच्चों की सुरक्षा और उनके लिए भोजन और पानी की व्यवस्था करने के लिए मौके पर पहुंचे। सूत्रों ने कहा कि अधिकारी शिक्षकों के संपर्क में थे और उन्हें निर्देश दे रहे थे कि बच्चों को पानी में न जाने दें।

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